नई दिल्लीः गुरदासपुर लोकसभा उप-चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने 1 लाख 93 हजार वोटों से जीत दर्ज की. सुनील जाखड़ को 4 लाख 99 हजार 752 वोट मिले. वहीं बीजेपी के स्वर्ण सलारिया को 3 लाख 6 हजार 533 वोट मिले. आम आदमी पार्टी के मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया की जमानत जब्त हो गई है. आप प्रत्याशी को 23 हजार 579 वोट मिले. शुरुआती रुझानों से ही कांग्रेस उम्मीदवार ने बढ़त बनाए रखी. जिसके बाद पार्टी के नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस प्रत्याशी जाखड़ के साथ खुशी मनाते दिखाई दिए.
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की इस जीत को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि गुरदासपुर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है। खन्ना इस सीट से चार बार सांसद रहे। उनका इस वर्ष 27 अप्रैल को मुंबई के एक अस्पताल में कैंसर से निधन हो गया था। इस सीट पर 11 अक्तूबर को हुए उपचुनाव में 56 फीसदी मतदान हुआ जो वर्ष 2014 के आम चुनावों में हुए 70.03 फीसदी मतदान के मुकाबले कम है।
यहां दो मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच आज सुबह आठ बजे मतों की गिनती शुरू हुई। कांग्रेस उम्मीदवार जाखड़ शुरुआत से ही अपने प्रतिद्वंद्वियों से काफी आगे चल रहे थे। यह क्रम आखिर तक जारी रहा और मतों का अंतर बढ़ता रहा। उन्होंने सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में अपनी बढ़त कायम रखी। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष जाखड़ ने रुझानों में भारी बढ़त हासिल करने के बाद मतदाताओं और पार्टी को शुक्रिया कहा।
नवजोत सिंह सिद्धू ने नतीजों को दिवाली गिफ्ट बताया. उन्होंने कहा कि ”यह परिणाम हमारे होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए खास तौर से पैक किया गया गिफ्ट है”
चुनाव आयोग ने उपचुनाव नतीजों के चलते गुरदासपुर में शराब की बिक्री और आपूर्ति पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी थी. आयोग के निर्देश के मुताबिक, यहां शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी. कोई होटल, रेस्तरां, शराब की दुकान या खाने-पीने की जगह पर रविवार को शराब बेचने की इजाजत नहीं रहेगी, भले ही उनके पास लाइसेंस हो.
आपको बता दें कि गुरदासपुर लोकसभा उप-चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार सुनील जाखड़, बीजेपी के उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया के बीच मुकाबला था. बीजेपी सांसद विनोद खन्ना के अप्रैल में निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी.