नई दिल्ली: सरकारी बिजली कंपनी एनटीपीसी ने उत्तर प्रदेश के दादरी में मारे गए मोहम्मद अखलाक की हत्या के आरोपियों को नौकरी देने की खबरों का खंडन किया है. एनटीपीसी ने रविवार को कहा कि उसने अखलाक हत्याकांड के आरोपियों को नौकरी नहीं दी है.
इससे पहले मीडिया में खबरें आई थीं कि अखलाक हत्याकांड के 15 आरोपियों को स्थानीय विधायक के कहने के बाद संविदा पर नौकरी मिल गई है. सितंबर 2015 में दादरी के बिसाहड़ा गांव में गोमांस रखने के आरोप में मोहम्मद अखलाक नाम के शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
एनटीपीसी के दादरी संयंत्र ने बयान में कहा, “एनटीपीसी दादरी प्रबंधन अखलाक हत्याकांड के आरोपियों को एनपीटीसी दादरी में अनुबंध पर रखे जाने की खबरों का खंडन करता है. इस तरह ही मीडिया रिपोर्ट झूठी और आधारहीन है.” कंपनी ने कहा कि आरोपियों को नौकरी देने के लिए कोई समझौता नहीं किया गया है और न ही उन्हें रोजगार दिया गया है. साथ ही एनटीपीसी ने कहा कि वह अपनी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी नीति के तहत, अपने संयंत्र के पास बसे समुदाय के विकास और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है.