हर चीज के दो पहले होते है एक तो उससे लाभ होता है उसरा उससे हानि अर्थात यदि आप नियंत्रण में रहकर और नियमपूर्वक इस आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करते है तो इससे लाभ ही लाभ होते है।
अश्वगंधा के सेवन के फायदे
अश्वगंधा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण आपके शरीर से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. अश्वगंधा के सेवन से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करती हैं. आजकल की जीवन शैली में लोगों को तनाव, अनिद्रा और डायबिटीज जैसे रोगों का हो जाना आम बात है.
अश्वगंधा के सेवन के नुकसान
अगर अश्वगंधा को ज़्यादा मात्रा में लिया जाए तो इससे पेट में खराबी, दस्त, उल्टी और डायरिया जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसलिए एक्सपर्ट केवल 3 से 4 ग्राम पाउडर एक दिन में लेने की ही सलाह देते हैं.
अश्वगंधा के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होने लगेगा. कई लोगों को पाचन से संबंधित समस्याओं से परेशान रहते है, इसलिए रोजाना एक गिलास दूध में एक चम्मच अश्वगंधा और शहद मिलाकर पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है, गैस और कब्ज से छुटकारा पाने के लिए रोजाना इस मिश्रण का सेवन करे.
ने जवाब का अनुरोध किया है
अश्वगंधा क्या है?
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जो जिनसेंग के समतुल्य मानी जाती है और इसके कुछ प्रभाव भी जिनसेंग के समान ही हैं। अश्वगंधा का अर्थ है – घोड़े की गंध। इसकी ताजा पत्तियों तथा जड़ों में घोड़े के मूत्र की गंध आने के कारण ही इसका नाम अश्वगंधा पड़ा। वैश्विक बाजार में यह व्यापक स्तर पर स्वीकार्य और प्रयोग होने वाली जड़ी-बूटी है।
अश्वगंधा के फायदे (Ashwagandha Benefits in Hindi)
जो लोग ये समझते हैं कि इसके सिर्फ यौन सम्बन्धी लाभ हैं, वे इन निम्नलिखित फायदों को पढ़कर हैरान रह जाएंगे –
पाचन तंत्र को करे मजबूत
अश्वगंधा जठराग्नि को प्रदीप्त करके भूख को बढ़ाती है। शरीर में वात को नियंत्रित करती है, जिससे पेट में गैस बनने जैसी समस्या नहीं होती। जिनके पेट में कीड़े होते हैं, वे भी इसके सेवन से नष्ट हो जाते हैं।
श्वसन तंत्र को बनाये मजबूत
अश्वगंधा कफ को हरने वाली है। जिसे बलगम वाली खांसी है उसके लिए ये बहुत ही उपयोगी है। ये दमा को ठीक करने में भी अहम भूमिका निभाती है। इसके लिए आपको अश्वगंधा के चूर्ण को शहद के साथ लेना चाहिए। आपको सांस चढ़ने और खांसी जैसी समस्या से मुक्ति मिल जायेगी।
रक्त को शुद्ध करती है
जिन लोगों को सफेद दाग हो जाते हैं, उन्हें इसके सेवन से बहुत लाभ मिलेगा। ये रक्त को शुद्ध करके सौंदर्य को बढ़ाती है। इसके साथ-साथ ये हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए भी ये रामबाण औषधि है। हाई बीपी के कारण जिनके पैरों में सूजन आ जाती है, उसके लिए भी बहुत कारगर है।
डर, तनाव और चिंता से करे मुक्त
जिन व्यक्तियों को डर लगता है, हमेशा तनाव में रहते हैं या जिनकी दिल की धड़कन बढ़ जाती है, उन्हें अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही जिन्हें insomnia यानि नींद न आने की दिक्क्त है, उनके लिए भी ये बहुत ही उपयोगी है।
ट्यूमर और कैंसर को ठीक करने में भी है मददगार
इसके प्रयोग से कैंसर के रोगियों को भी लाभ मिलता है। अश्वगंधा के प्रयोग से कैंसर सेल की ग्रोथ रूकती है। जो रोगी केमोथेरपी करा रहे हों, उसकी पीड़ा को सहने और कैंसर को रोकने में सहायक सिद्ध होता है।
अश्वगंधा की मात्रा व सेवन विधि
अश्वगंधा की कई किस्में बाजार में मिलती हैं जैसे टेबलेट, कैप्सूल और चूर्ण। आयुर्वेद में इसके क्वाथ का प्रयोग भी बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है।
- अचानक दर्द होने पर – 12 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को यदि अचानक कहीं भी दर्द हो गयी है तो 1/2 चम्मच अश्वगंधा का चूर्ण पानी के साथ ले लो। और यही 18 वर्ष से ऊपर के लोग इसकी मात्रा 1 चम्मच कर दें।
- छींके, एलर्जी और साइनस में – साइनस में सुबह और शाम एक छोटा चम्मच अश्वगंधा के चूर्ण को गर्म पानी के साथ फांक लो।
- धात के गिरने पर – जिन्हें धात गिरने की समस्या है, वे इसके चूर्ण को दूध के साथ लें। 1 चम्मच चूर्ण को रात को सोते समय दूध के लेने से शरीर में बल वृद्धि करता है।
- दमा के रोगी के लिए – इसमें अश्वगंधा को उबालकर इसका काढ़ा तैयार किया जाता है। इसमें भी 1 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण लेना है और साथ ही थोड़ा-सा घी और शक्कर मिला देनी है। इस काढ़े को पीने से दमा का रोग धीरे-धीरे नष्ट होने लगता है।
अश्वगंधा कितनी मात्रा में खाना चाहिए?, अश्वगंधा लेते समय क्या परहेज करना चाहिए?, अश्वगंधा का सेवन कितने दिन करना चाहिए?- इन सभी प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए गूगल पर सर्च करें – “अश्वगंधा के फायदे, सावधानियां और प्रयोग करने का प्रमुख नुस्खा- चरक संहिता” इसके बाद gharelunuskhe वेबसाइट पर जाएँ वहां आपको इन सभी पृष्ठों का उत्तर मिल जाएगा और साथ ही अश्वगंधा सम्बन्धित अन्य रोचक जानकारियां भी मिलेंगी। धन्यवाद।
सोजन्य से:-Quora
Gujarat: Devotees offer prayers at Kali temple in Mandvi area of Vadodara, on the occasion of Kali Chaudas. At this temple devotees offer lemons to Goddess Kali as per their belief, in a bid to seek her blessings to stay safe from all difficulties. pic.twitter.com/Q2XmzicFeu
— ANI (@ANI) November 3, 2021
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें