पटना: पटना की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली बेऊर जेल के परिसर में गोली मारकर हत्या जैसी संगीन घटना हुई. बताया जाता है कि जेल में ही तैनात एक सिपाही (कक्षपाल) को उसके भांजे विशाल ने जेल कैंपस में ही गोली मार दी. इस घटना को अंजाम देने के बाद भांजे ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
जेल परिसर में हत्या की घटना से जेल की सुरक्षा पर तो सवाल खड़ा होता ही है, साथ ही पटना पुलिस प्रशासन के लिए भी यह चुनौती खड़ी करने वाली वारदात है. बताया जाता है कि बेऊर जेल में तैनात कक्षपाल संतोष गोली लगने से बुरी तरह से जख्मी हो गया. इसके बाद जेल प्रशासन ने आनन-फानन में उसे इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. संतोष के भांजे विशाल ने सरकारी पिस्तौल से इस वारदात को अंजाम दिया. यह घटना बेऊर जेल के क्वार्टर में हुई. पुलिस ने घटनास्थल से वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल और कारतूस बरामद कर लिया है.
जेल में तैनात पुलिसकर्मियों और क्वार्टर एरिया में मौजूद लोगों के मुताबिक यह वारदात सुबह-सुबह हुई. गोली की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे. पुलिसकर्मियों और लोगों ने वहां जमीन पर पड़े सिपाही संतोष को आनन फानन में अस्पताल भेजा. घटना के बाद मृतक संतोष की पत्नी ने बताया कि ”काफी दिनों से उनका भांजा साथ में रहता था. उसके बच्चे बड़े हो गए थे तो इन्होंने (संतोष) कहा कि अब तुम लोग कहीं और रहने का इंतजाम कर लो.”
फिलहाल पुलिस ने कक्षपाल संतोष के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मौका-ए-वारदात से मिले सुबूत जिसमें हत्या में इस्तमाल की गई सरकारी पिस्टल और तीन जिन्दा कारतूस हैं, बरामद कर लिए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. घटना के कारणों का अब तक के अनुसार संपत्ति विवाद भी बताया जा रहा है.