दक्षिण कोरिया में अमेरिकी बम वर्षक बी-1बी विमानों के संयुक्त सैन्य अभ्यास में शामिल होने से आग बबूला उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि अब अमेरिका ने जंग को अपरिहार्य बना दिया है, बस यह देखना है कि यह कब होता है? दूसरी तरफ, उत्तर कोरिया के सहयोगी चीन ने फिर से उसे शांत रहने को कहा है कि और यह नसीहत दी है कि युद्ध कोई जवाब नहीं है.
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार अमेरिकी वायुसेना के विमान 6 दिसंबर को दक्षिण कोरिया के पेयोंगताएक में स्थित ओसान एयर बेस ‘विजिलैंट एस’ नाम के संयुक्त अभियान में शामिल हुए थे. इस पूरे अभियान में एफ-16 विमानों सहित कुल 230 विमान शामिल हुए थे. इस अभियान के एक हफ्ते पहले ही उत्तर कोरिया ने अपने सबसे ताकतवर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो अमेरिका तक मार कर सकता है.
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘अमेरिकी अधिकारी जिस तरह से अभ्यास कर टकराव पैदा करने वाला ‘युद्धोन्माद’ फैला रहे हैं, उससे जंग अपरिहार्य हो गया है. सवाल बस इतना है कि यह कब होगी? हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन इससे बच भी नहीं सकते.’ शांति की अपील करते हुए चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष शांति बनाए रखेंगे और संयम रखेंगे. तनाव कम करने के लिए कदम उठाएंगे, न कि एक-दूसरे को उकसाने की. जंग शुरू होना किसी के भी हित में नहीं है. इससे सबसे ज्यादा आम जनता प्रभावित होती है.’
गौरतलब है कि हाल के महीनों में उत्तर कोरिया द्वारा कई मिसाइल और परमाणु बम परीक्षण करने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव काफी बढ़ गया है. उत्तर कोरिया ने ऐसा कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन किया है.
इसके पहले सितंबर माह में जब एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा था कि उत्तर कोरिया के तट तक कभी भी अमेरिकी बम वर्षक विमान पहुंच सकते हैं, तो उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने धमकी दी थी कि अगर ऐसे विमान उत्तर कोरिया की सीमा के आसपास भी दिखाई दिए तो उन्हें मार गिराया जाएगा.