नई दिल्ली: स्टार्टअप शुरू करने की चाह रखने वालों के लिए ‘सुभाष चंद्रा फाउंडेशन’ सुनहरा मौका लेकर आया है. सुभाष चंद्रा फाउंडेशन ने मंगलवार को एक्सेलरेटर (Esselerator) प्रोग्राम लांच किया. इसके तहत मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, मीडिया टेक और एजुटेक के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने वालों की मदद की जाएगी, ताकि वे अपनी पहचान कायम कर सकें. सुभाष चंद्रा फाउंडेशन का कहना है कि यह अपने तरह का पहला प्रयास है. इस कार्यक्रम को Essel Group और TiE Mumbai ने मिलकर लांच किया है.
इस मौके पर राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, ’90 साल के सफर में Essel Group ने कई उपलब्धियां अपने नाम की हैं, जो हमारी दूरगामी दृष्टि और कभी नहीं रुकने वाली अपनी उद्यमशीलता की भावना से प्रेरित रही. इसी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए ‘सुभाष चंद्रा फाउंडेशन’ को लांच किया गया है, जो उभरते उद्यमियों और शिक्षाविदों को आर्थिक मदद करने के साथ ही चेन मॉडल स्थापित करने में भी मदद करेगा.’
उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्रा फाउंडेशन की ओर से शुरू किए गए इस प्रोग्राम में TiE Mumbai के साथ साझेदारी की गई है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि Esselerator प्रोग्राम को लांच करते हुए भरोसा दिलाता हूं कि हम नए सोच वाले प्रतिभाशाली उद्यमियों की तलाश करेंगे जो कारोबार के नए मॉडल का उदाहरण बनेंगे और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
ZEEL के इंटरनेशनल ब्रॉडकास्ट बिजनेस के सीईओ अमित गोयनका ने कहा, ‘Esselerator प्रोग्राम को शुरू करने के पीछे सुभाष चंद्रा की वह सोच है, जिसमें नए बिजनेस मॉडल के जरिए भारत में रोजगार के अवसर शुरू हो. Esselerator का उद्देश्य है कि वह मनोरंजन, मीडिया और शिक्षा के क्षेत्र में नए बिजनेस के अवसर पैदा करे.’
साझेदार कंपनी टीआईई मुंबई (डीएसके लीगल) के प्रेसिडेंट आनंद देसाई ने कहा, ‘मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में कारोबारियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यह कार्यक्रम इन क्षेत्रों में स्टार्टअप शुरू करने में मदद करेगी. हम एस्सेल ग्रुप के साथ मिलकर मीडिया टेक और एजुटेक के क्षेत्र में परिपक्व पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेंगे.
मालूम हो कि राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने एक सुव्यवस्थित समाज के प्रति योगदान और सहयोग के लिए सुभाष चंद्रा फाउंडेशन का निर्माण किया है. इसका उद्देश्य समावेशी और समृद्ध समुदायों का निर्माण करना है. फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य समाज के उन लोगों की मदद करना है जो सामाजिक, आर्थिक और असमानता के चलते पिछड़ रहे हैं. यह फाउंडेशन पूरे देश में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिरण, उद्यमिता, बाल कल्याण और सामाजिक न्याय के लिए काम कर रहा है.
वहीं साल 1992 में स्थापित टीआईई मुंबई एक गैर-लाभकारी, वैश्विक समुदाय है, जो दुनिया भर के उद्यमियों का स्वागत करता है. इसका उद्देश्य सलाह, नेटवर्किंग, शिक्षा, विकास और निवेश के जरिए रोजगार शुरू करने में मदद करना है. मौजूदा समय में यह समूह दुनिया का सबसे बड़ा उद्यमशील संगठन है. टीईई मुंबई पूरे साल में कई कार्यक्रम चलाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना है.