छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में मानव बलि का दिल दहला देले वाला मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने जल्द अमीर बनने के चक्कर में आकर अपनी मासूम बेटी की बलि दे दी. मासूम बच्ची केवल चार साल की थी. मामले का खुलासा तब हुआ, जब आरोपी पिता बच्ची की लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहा था.
हत्या की यह वारदात बलौदाबाजार जिले के तिल्दा इलाके की है. मृतक बच्ची का नाम लक्ष्मी था. दरअसल, आरोपी दीपचंद रातोंरात धनवान बनना चाहता था. इसलिए उसने एक तांत्रिक की बातों में आकर अपनी मासूम बेटी की बलि चढ़ा दी. पुलिस ने आरोपी पिता दीपचंद को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस हिरासत में दीपचंद ने बताया कि उसे गांव के ही एक तांत्रिक ने धनवान बनने के लिए तंत्र मंत्र करने की सलाह दी थी. दीपचंद ने उसके कहने के मुताबिक ही अपनी चार साल की बेटी का गला घोंट कर उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद वह भगवान के सामने खड़े होकर मन्त्र जाप करने लगा.
इसके बाद दीपचंद ने पूजा पाठ खत्म किया और बेटी के शव को एक बैग में भरकर रख दिया. वह उस बैग को सुनसान इलाके में ले जाकर दफ्न करने के चक्कर में था. इस बीच उसके पडोसी ने उसके घर में खून के छींटे देख लिए और बैग से खून रिस्ता देख उसे शक हो गया.
तभी पडोसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और दीपचंद से बैग लेकर जब जांच की तो मामला खुल गया. दीपचंद ने बैग से अपनी बेटी की लाश निकाली और पलंग पर रख दी. पकड़े जाने पर वह इस हत्या के लिए तांत्रिक को असली गुनहगार बता रहा है.
पुलिस अब उस तांत्रिक की तलाश में जुटी है. इस जिले में केंद्र और राज्य सरकार की समाज कल्याण विभाग की योजनाए सिर्फ कागजों में दर्ज होने के चलते अंधविश्वास का बोलबाला है. ऐसे घटनाएं यहां अक्सर सामने आती रहती हैं.