हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने पंचकुला हिंसा के आरोपियों को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया है. 25 अगस्त को पंचकुला में उपद्रव और आगजनी करने के आरोप में एसआईटी ने पानीपत निवासी रणबीर सिंह को गिरफ्तार किया है. उसे पंचकुला की जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से आरोपी रणबीर को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. पुलिस को रणबीर से अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है.
आरोपी रणबीर सिंह डेरा सच्चा सौदा की उस अहम कमेटी का सदस्य है, जिसमें केवल 45 लोग हैं. रणवीर को दंगे भड़काने और देशद्रोह की FIR नंबर 345 के तहत गिरफ्तार किया गया है. इससे दो दिन पहले पुलिस ने कैथल निवासी राजकुमार को गिरफ्तार किया और उसे पंचकुला सेशन कोर्ट में पेश किया गया था.
कोर्ट ने आरोपी राजकुमार को एक दिन की पुलिस रिमांड में भेजा था. जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर नम्बर 345 में तहत ही राजकुमार को कैथल से गिरफ्तार किया था. वो भी डेरा सच्चा सौदा की 45 सदस्यों वाली कमेटी का मेंबर है. एसआईटी उससे पूछताछ कर रही है.
बता दें कि 25 अगस्त को राम रहीम के दोषी करार होने के बाद उसके समर्थकों ने पंचकुला में बहुत तोड़फोड़ की थी. इतना ही नहीं डेरा समर्थकों ने कुछ गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया था. इस हिंसा में 38 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोग घायल हुए थे
उधर, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने 4 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है. जो राम रहीम के समर्थक हैं. इन्होंने दिल्ली के आंनद विहार रेलवे स्टेशन पर रेलवे कोच में आग लगाई थी. चारों आरोपी पूर्वी दिल्ली के रहने वाले हैं. पुलिस अब उनसे पूछताछ कर रही है.
आरोपियों की पहचान विजय मलिक, वीर सिंह, कन्हैया लाल मित्तल और हरजीत सिंह के रूप में हुई है. इन लोगों को आनंद विहार से पकड़ा गया. इन लोगों ने पूछताछ के दौरान ट्रेन में आग लगाने की बात कबूल कर ली. इस वारदात की साजिश विजय मलिक ने रची थी. जो तरुण बैंकेट हाल का मालिक है.
विजय ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ट्रेन में आग लगाने की योजना बनाई थी. ये सभी बाइक से स्टेशन के पीछे गए थे और वहां जाकर आग लगा दी थी. ये सभी आरोपी गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा के साथ पिछले 10 साल से जुड़े हुए हैं.