बीजिंग: भारत से चीन को निर्यात चालू वर्ष में जनवरी से अगस्त की अवधि में 40.69 प्रतिशत बढ़कर 10.6 अरब डॉलर हो गया. प्रमुख तौर पर जिंक, लौह अयस्क और इस्पात के निर्यात से अगस्त माह में भारत का चीन को कुल निर्यात 38.6 प्रतिशत बढ़कर 1.26 अरब डॉलर रहा. यह इस साल हुई सबसे तीव्र वृद्धि थी. हालांकि, भारतीय निर्यात में वृद्धि के बावजूद पहले सात माह में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा बढ़कर 44.51 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस दौरान चीन से आयात में लगातार वृद्धि हुई है.
जनवरी से अगस्त की आठ माह की अवधि में भारत-चीन द्विपक्षीय व्यापार 18.34 प्रतिशत बढ़कर 55.11 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारत से चीन को निर्यात 40.69 प्रतिशत बढ़कर 10.60 अरब डॉलर रहा, जबकि भारत का चीन से आयात साल दर साल आधार पर 14.02 प्रतिशत बढ़कर 44.50 अरब डॉलर रहा. भारत से चीन को निर्यात में हुई वृद्धि की प्रमुख वजह भारत से जस्ता और इससे जुड़े सामान का निर्यात बढ़ना है. इसके अलावा लौह और इस्पात का निर्यात भी बढ़ा है.
चीन का हीरों का निर्यात करने वाला भारत दूसरा बड़ा निर्यातक है. दक्षिण अफ्रीका के बाद इस मामले में भारत का 32.97 प्रतिशत बाजार हिस्सा है.