नई दिल्ली: टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के कर्ज में 25 हजार करोड़ रुपए की कमी आई है. कंपनी को कर्ज से उबारने के लिए मैनेजमेंट ने एसेट बेचकर यह कर्ज कम किया हे. एसेट बिक्री की प्रक्रिया 49 दिनों में पूरी की गई है. मंगलवार को ऑर-कॉम के चेयरमैन अनिल अंबानी ने इस बात की जानकारी दी है. अंबानी ने कहा कि किसी भी तरह के कर्ज को इक्विटी में नहीं बदला जाएगा. साथ ही उन्होंने घोषणा की वह आगे देश का सबसे बड़ा फाइबर ऑप्टिकल नेटवर्क बनेंगे. बता दें कि ऑर-कॉम पर 45000 करोड़ रुपए का कर्ज है.
अनिल अंबानी ने क्या कहा
- कर्ज कम करने के लिए एसेट बिक्री की योजना बनाई
- कर्ज 45 हजार करोड़ से घटाकर 6 हजार करोड़ करने की योजना है
- कंपनी के कर्ज में 25 हजार करोड़ की कमी आई है
- एसेट बिक्री की प्रक्रिया 49 दिन में पूरी की
- एसएसटीएल डील के जरिए 4जी और 5जी स्पेक्ट्रम मिला
- एनसीएलटी से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना किया
- लेनदारों का कर्ज इक्विटी में नहीं बदला जाएगा
- नई स्ट्रैटेजी में लेनदारों के लिए राइटऑफ की योजना नहीं है