फर्जी दस्तावेंजों के आधार पर सिम कार्ड लेने वालों पर सरकार लगातार शिकंजा कसती रहती है. सरकार ने राज्यसभा में बताया कि उसे फर्जी दस्तावेज के आधार पर सिम हासिल करने के मामले में 938 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं. केंद्रीय दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने राज्यसभा में बताया कि इन सिम की सेवा बंद कर दी गई है
मनोज सिन्हा ने बताया कि पिछले 5 साल के दौरान सरकार को 65,991 मोबाइल कनेक्शन से जुड़ी 938 शिकायतें प्राप्त हुईं. इसमें सरकार को बताया गया था कि कुछ लोग फर्जी पहचान दस्तावेज के आधार पर मोबाइल फोन के लिए सिमकार्ड ले रहे हैं.
सिन्हा ने बताया कि टेलीकॉम मंत्रालय को ये शिकायतें सार्वजनिक शिकायत पोर्टल, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, राज्य पुलिसों के प्राधिकरण से मिलीं. इनके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, डाक पत्र, ई-मेल और गैर सरकारी संगठनों से भी उसे इनकी जानकारी हासिल हुई है. इन शिकायतों के बाद ही इन मामलों में कार्रवाई की गई है.
उन्होंने बताया कि इन मामलो में संबंधित टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है. बता दें कि मोबाइल सिमकार्ड लेने के लिए वेरीफिकेशन के लिए नियम तय हैं. इनके तहत पुख्ता पहचान पत्र के आधार पर ही आपको नया सिमकार्ड दिया जाता है.
मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करने की अनिवार्यता भी इसी के लिए है. सरकार का कहना है कि मोबाइल नंबर आधार से लिंक होने पर फर्जी सिमकार्ड लेने वालों पर लगाम कसेगी.
हर व्यक्ति को आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक करना जरूरी है. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो उनका सिम कार्ड बंद हो सकता है. हालांकि फिलहाल इसके लिए आपके पास 31 मार्च तक का समय है.