वॉशिंगटन: अमेरिका ने ईरान के विभिन्न हिस्सों में उपजे कई विरोध प्रदर्शनों की खबरों के बीच शनिवार (30 दिसंबर) को कहा कि ईरान की सरकार को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के अपने नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए. ईरान के विभिन्न भागों में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन होने की खबरें है जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि लोगों में राष्ट्रपति हसन रुहानी की आर्थिक नीतियों के खिलाफ असंतोष है. लोग महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, ‘‘दुनिया देख रही है. सरकार के भ्रष्टाचार और विदेश में आतंकवाद को वित्त पोषित करने में देश के धन की बर्बादी से परेशान ईरानी नागरिकों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन की कई खबरें हैं.’’
सैंडर्स ने कहा, ‘‘ईरान की सरकार को अपने लोगों की अभिव्यक्ति के अधिकार समेत अन्य अधिकारों का सम्मान करना चाहिए.’’ अमेरिका ने एक अलग बयान में शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे लोगों की गिरफ्तारियों की ‘‘कड़ी निंदा’’ की. ईरान के मशहद और अन्य शहरों में गुरूवार को सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे. ईरान के एक अधिकारी ने बताया कि मशहाद में 52 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया.
विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, ‘‘अमेरिका शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता है. हम सभी देशों से अनुरोध करते हैं कि वह ईरान के लोगों और मूल अधिकारों तथा भ्रष्टाचार को खत्म करने की उनकी मांग का समर्थन करें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान के नेताओं के कारण सबसे लंबे समय से पीड़ित होने वाले उसके अपने ही लोग हैं.’’
वहीं दूसरी ओर ईरान में आर्थिक समस्याओं को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद शनिवार (30 दिसंबर) को ईरान सरकार ने लोगों को आगे किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन करने को लेकर चेतावनी दी है. गृह मंत्री अब्दुलरहमान रहमानी फाजली ने कहा, “हम उन सभी लोगों से अपील करते हैं जिन्हें प्रदर्शन में शामिल होने को कहा जा रहा है कि वह इन अवैध जनसभाओं में शामिल न हों क्योंकि ऐसा करके वह अपने लिए और दूसरे नागरिकों के लिए परेशानी पैदा करेंगे.” सरकारी समाचार चैनल आईआरआईएनएन ने कहा कि उसपर इन प्रदर्शनों की रिपोर्टिंग करने पर रोक लगा दी गई है. प्रदर्शन बृहस्पतिवार (28 दिसंबर) को दूसरे सबसे बड़े शहर मशहद से कई शहरों और नगरों तक पहुंच गये थे .
पहले आर्थिक समस्याओं को लेकर ये विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे लेकिन बहुत जल्द ये सत्ता विरोधी प्रदर्शन में तब्दील हो गए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई प्रदर्शनकारियों के गिरफ्तार होने के बाद चेतावनी दी थी, “विश्व इसे देख रहा है.’’ ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम घासेमी ने ट्रंप की टिप्पणियों को ‘‘अप्रासंगिक’’ और “अवसरवादी” कहा था.