बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नये साल के अपने संदेश में कहा कि सभी बड़े अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में अपनी बात प्रमुखता से रखेगा और वह अपनी बेल्ट एवं रोड पहल (बीआरआई)को सक्रियता से आगे बढ़ाएगा. शी ने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र की प्रभुता एवं कद को दृढ़ता पूर्वक बनाए रखेगा और अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को बढ़-चढ़कर पूरा करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि चीन जलवायु परिवर्तन के मुद्दों का हल करने के संकल्पों के प्रति कटिबद्ध है, वह बीआरआई को पूरी सक्रियता से आगे बढ़ाएगा तथा हमेशा विश्वशांति, वैश्विक विकास और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में अहम भूमिका निभाएगा.
पाचं साल के अपने दूसरे कार्यकाल के पहले नववर्ष संबोधन में शी ने कहा, ‘बतौर एक जिम्मेदार बड़े राष्ट्र के तौर पर चीन के पास कहने के लिए कुछ है.’ बीआरआई से चीन सड़क, रेल और बंदरगाह कनेक्टिविटी पिरयोजना के मार्फत विश्व पर अपना दबदबा बनाना चाहता है लेकिन उसमें चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी)भी शामिल है. सीपीईसी पर भारत को एतराज है क्योंकि वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरता है.
शी ने कहा कि चीन के लोग अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर मानवता के लिए अधिक समृद्ध, शांतिपूर्ण भविष्य बनाने के लिए तैयार हैं.
वैसे उन्होंने घरेलू मोर्चे पर माना कि उनकी सरकार लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में पिछड़ गयी है. सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार शी ने कहा कि तरक्की तो हुई लेकिन जनचिंता के मुद्दे बने हुए हैं.