वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए घोषणा की कि पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ से अब कोई मदद नहीं मिलेगी. ट्रंप ने सोमवार (1 जनवरी) को एक ट्वीट में कहा, ‘पिछले 15 सालों से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त कर चुका है और उसने बदले में हमें सिर्फ झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया, वह हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है.’ इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को शरण देने का पुराना आरोप दोहराते हुए कहा कि ‘वे (पाकिस्तान) अपने मुल्क में उन आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराते हैं जिन्हें हम अफगानिस्तान में ढूंढ रहे हैं, लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’ हाल ही में अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों ने पाकिस्तान के साथ अपनी हताशा व्यक्त की थी और सरकार पर आतंकी नेटवर्कों को जड़ से उखाड़ फेंकने में कोताही बरतने का आरोप लगाया था.
पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त 2017 माह में नई अमेरिकी नीति की घोषणा की थी, जिसमें पाकिस्तान में सक्रिय एक संबद्ध समूह, अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क को हराने का जिक्र किया गया था. ट्रंप ने उस वक्त कहा था कि ‘पाकिस्तान ने आतंक, हिंसा और अव्यवस्था के एजेंटों को अपने यहां शरण दे रखी है’ और कसम खाई कि प्रशासन इस देश के खिलाफ और अधिक कठोरता दिखाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस महीने (दिसंबर, 2017) अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति की घोषणा करते हुए पाकिस्तान की जमकर आलोचना की थी और कहा था कि हम पाकिस्तान को हर साल भारी भरकम रकम का अनुदान देते हैं. उसे हमारी मदद करनी होगी.
पाकिस्तान को 22.50 करोड़ डॉलर की मदद रोकेगा अमेरिका
ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान सरकार को दी जानी वाली 22.50 करोड़ डॉलर की सरकारी सहायता रोक सकता है. प्रशासन ने यह फैसला पाकिस्तान द्वारा देश की अपनी सीमाओं में आतंकी समूहों पर नियंत्रण करने को लेकर चल रही दिक्कतों के मद्देनजर उठाया है. प्रशासनिक अधिकारियों ने सहायता को रद्द करने के लिए इस माह बैठक की थी. अधिकारियों ने यह जानकारी द न्यूयॉर्क टाइम्स को दी. यह खबर शुक्रवार (29 दिसंबर, 2017) को प्रकाशित हुई थी. पाकिस्तान को सहायता पैकेज अगस्त में ही भेजा जाना था.