इराक: शिया-सुन्नी-कुर्दिशों के एकता के प्रतीक रहे पूर्व राष्ट्रपति तालाबानी का अंतिम संस्कार

बगदाद: सद्दाम युग के बाद इराक के पहले राष्ट्रपति और कभी राष्ट्रीय एकता के प्रतीक रहे जलाल तालाबानी के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में इराकी कुर्दिश , इराकी अधिकारी एवं वैश्विक गणमान्य जन शामिल हुए. तालाबानी का शुक्रवार (6 अक्टूबर) को इराक के कुर्दिश क्षेत्र में दूसरे सबसे बड़े शहर सुलैमानियाह में अंतिम संस्कार किया गया. उनका पिछले हफ्ते बर्लिन के एक अस्पताल में निधन हो गया था जहां से उनका पार्थिव शरीर कुर्दिश ध्वज में लपेट कर लाया गया था.

सुलैमानियाह हवाई अड्डे से उनका पार्थिव शरीर निकट के पहाड़ी क्षेत्र में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे. उनके हाथों में झंडे और पोस्टर थे जिनपर तालाबानी की तस्वीरें और तीन दशक पहले गठित उनकी पार्टी ‘पैट्रियॉटिक यूनियन ऑफ कुर्दिस्तान’ के चिह्न थे. तीन दशक से भी अधिक समय पहले तालाबानी ने यह पार्टी बनायी थी.

इराक के उत्तर में एक छोटे से गांव से उठकर तालाबानी राष्ट्रपति के पद तक पहुंचे थे, सुलैमानियाह उनकी राजनीतिक सत्ता का केंद्र था. वह 2005 से 2014 तक राष्ट्रपति रहे, लेकिन 2012 में दिल की बीमारी के बाद वह राजनीतिक परिदृश्य से हट गये. राष्ट्रपति रहने के दौरान तालाबानी एकता के प्रतीक के रुप में देखे जाते थे, वह एक ऐसे नेता थे जिन्हें सुन्नियों, शियाओं और कुर्दिशों के बीच तनाव को नियंत्रित करने के काबिल समझा जाता था. इराक में इन समुदायों के बीच हिंसा आम थी.

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