बीजिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लताड़ के बाद पाकिस्तान को उसके ‘सबसे अजीज दोस्त’ चीन का साथ मिला है. चीन ने यह कहते हुए पाकिस्तान का बचाव किया कि विश्व समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ उसके अभियान में ‘शानदार योगदान’ को पहचानना चाहिए. एक दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवादियों को ‘सुरक्षित पनाहगार’ देने के लिए इस्लामाबाद को लताड़ लगाई थी.
पाकिस्तान पर जोरदार प्रहार करते हुए ट्रंप ने उस पर ‘झूठ बोलने और धोखा देने’ के आरोप लगाए थे. ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देकर अमेरिकी नेताओं को मूर्ख बनाता रहा है.
ट्रंप ने ट्वीट किया था, ‘अमेरिका ने पिछले 15 वर्षों में पाकिस्तान को सहायता के तौर पर मूर्खतापूर्ण तरीके से 33 अरब डॉलर से ज्यादा दिए और उन्होंने हमें झूठ और धोखा के सिवा कुछ नहीं दिया है. हमारे नेताओं को वे मूर्ख समझते रहे हैं.’ पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘उन्होंने उन आतंकवादियों को पनाह दी, जिन्हें हम अफगानिस्तान में ढूंढ़ते रहे. अब और नहीं.’
इसके बाद चीन ने आतंकवाद निरोधक रिकॉर्ड के लिए पाकिस्तान की प्रशंसा की. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘पाकिस्तान ने काफी प्रयास किया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुर्बानी दी है. आतंकवाद निरोधक वैश्विक प्रयास में उसकी भूमिका शानदार रही है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसकी जानकारी होनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि चीन यह देखकर खुश है कि पाकिस्तान आतंकवाद निरोधक सहित अंतरराष्ट्रीय सहयोग में संलग्न है ताकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में योगदान कर सके.