नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्वबैंक की सालाना बैठक में भाग लेने के लिये सोमवार (9 अक्टूबर) को अमेरिका रवाना होंगे. अमेरिका में एक सप्ताह प्रवास के दौरान वह वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों और विदेशी निवेशकों के साथ मिलेंगे. वह अमेरिका के वाणिज्य मंत्री, इटली तथा ईरान के आर्थिक तथा वित्त मामलों के मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. यात्रा के पहले चरण में जेटली नौ अक्तूबर को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे. वह बैंक ऑफ अमेरिका और उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित एक निवेशक बैठक में हिस्सा लेंगे.
वह यूएसआईबीसी (अमेरिका-भारत व्यापार परिषद)-सीआईआई के सीईओ की गोलमेज बैठक में भाग लेंगे. वित्त मंत्री 10 अक्तूबर को ‘भारतीय अर्थव्यवस्था-आगे का रास्ता’ विषय पर पर गोलमेज निवेश बैठक में भाग लेंगे. बाद में वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भारत में कर सुधारों पर व्याख्यान देंगे. जेटली 12 अक्तूबर को वॉशिंगटन रवाना हो जाएंगे जहां वह विश्वबैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की सालाना बैठकों में भाग लेंगे.
वॉशिंगटन में तीन दिन के प्रवास के दौरान वह अमेरिका के वाणिज्य मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और बाद में उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित सेमिनार में भाग लेंगे. वह 12 अक्तूबर को जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की रात्रि भोज बैठक में भी भाग लेंगे. जेटली अगले दिन वह जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गर्वनरों की सालाना बैठक में भाग लेंगे. वह बहुपक्षीय विकास बैंकों के साथ वित्त मंत्रियों की बैठक में भी भाग लेंगे. वह इटली और ईरान के आर्थिक और वित्त मामलों के मंत्रियों के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर, आर्थिक मामलों के सचिव सुभष गर्ग और मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम शामिल हैं. वित्त मंत्री 15 अक्तूबर को भारत के लिये रवाना होंगे और अगले दिन राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे.