नई दिल्ली: पाकिस्तान ने सभी नागरिक विमानों के लिए अपना एयरस्पेस मंगलवार सुबह खोल दिया. बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के पाकिस्तान का एयरस्पेस इस्तेमाल करने पर बैन लगा दिया था. यह जानकारी सूत्रों ने दी है. पाकिस्तान का यह कदम एयर इंडिया के लिए राहत भरा है, क्योंकि पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने की वजह से इसे अपने विमानों को दूसरे रास्तों से भेजना पड़ रहा था. सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘पाकिस्तान ने आज आधी रात करीब 12:41 बजे से सभी एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति दे दी है. भारतीय एयरलाइन ऑपरेटर जल्द ही पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के माध्यम से सामान्य मार्गों का उपयोग शुरू करेंगे.
पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने आधी रात करीब 12:41 बजे एयरमेन (NOTAM) को एक नोटिस जारी किया. इसमें कहा गया कि तुरंत प्रभाव से पाकिस्तान का एयरस्पेस सभी प्रकार की नागरिक उड़ानों के लिए खोल दिया जाए.
भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करके तबाही मचाने के बाद पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था. भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में स्थित जैश के ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक किया था. तब से पाकिस्तान ने केवल दो रूट खोल रखे थे, जो दक्षिण क्षेत्र से होकर गुजरते हैं
वहीं एक अन्य खबर के मुताबिक मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जेयूडी प्रमुख हाफिज सईद और उसके तीन सहयोगियों को पाकिस्तान में आतंक रोधी एक अदालत ने, अपने मदरसे के लिए जमीन के अवैध इस्तेमाल से जुड़े मामले में तीन अगस्त तक अग्रिम जमानत दे दी. लाहौर में आतंक रोधी अदालत (एटीसी), ने सईद और उसके सहयोगियों- हाफिज मसूद, अमीर हमजा और मलिक जफर को 50-50 हजार रुपये के मुचलके पर तीन अगस्त तक अंतरिम जमानत दे दी. इससे पहले ‘डॉन’ अखबार ने खबर दी थी कि एटीसी ने जेयूडी नेताओं को 31 अगस्त तक अंतरिम जमानत प्रदान की है.
आतंक रोधी विभाग (सीटीडी) ने लाहौर में अवैध तरीके से एक भूखंड हड़पने और उस पर मदरसा बनाने के लिए सईद और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. न्यायाधीश वारीच ने पंजाब पुलिस के सीटीडी को सईद और उसके तीन सहयोगियों को तीन अगस्त तक मामले में गिरफ्तार करने से रोक दिया. अधिकारियों के मुताबिक जेयूडी 300 मदरसे और स्कूलों, अस्पतालों,एक प्रकाशन गृह और एंबुलेंस सर्विस का संचालन करता है.
जाब पुलिस ने कहा कि मार्च में सरकार ने जेयूडी और उसकी चैरिटी संस्था ‘फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन’ (एफआईएएफ) से जुड़े 160 मदरसों, 32 स्कूलों, दो कॉलेजों, चार अस्पतालों, 178 एंबुलेंस और 153 चिकित्सालयों पर रोक लगा दी थी. सईद के नेतृत्व वाले जेयूडी को 2008 मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार लश्करे तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है . संबंधित घटनाक्रम में, लाहौर उच्च न्यायालय ने सईद और उसके सात सहयोगियों द्वारा आतंक के वित्तपोषण और धन शोधन के आरोपों को चुनौती देने वाली याचिकाओं के संबंध में संघीय सरकार, पंजाब सरकार और आतंक रोधी विभाग को नोटिस जारी किया . दो हफ्ते के भीतर जवाब देने को कहा गया है.