मुंबई: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप (World Cup 2019) में भारत की हार के बाद 5 साल पुराने टीम प्रबंधन में बदलाव की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है. बीसीसीआई (BCCI) ने टीम इंडिया (Team India) के कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदान मांगे हैं. इनमें टीम के मुख्य कोच, गेंदबाजी कोच, बल्लेबाजी कोच, फील्डिंग कोच, फीजियो, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच और एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर के पद शामिल हैं. इनमें से फीजियो पैट्रिक फरहार्ट और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच शंकर बसु विश्व कप के बाद अपना पद छोड़ चुके हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा, ‘इच्छुक उम्मीदवार 30 जुलाई तक अपने आवेदन भेज सकते हैं. इन पदों को लेकर बीसीसीआई का फैसला अंतिम फैसला होगा.’ टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और उनके सहयोगियों को आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्हें इंटव्यू में सीधे प्रवेश मिलेगा. हालांकि, रवि शास्त्री से लेकर किसी ने भी अभी यह संकेत नहीं दिए हैं कि वे आगे भी अपने पद पर बने रहना चाहेंगे या पद छोड़ देंगे.
वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक बीसीसीआई (BCCI) ने मुख्य कोच समेत कोचिंग स्टाफ के लिए कड़ी शर्तें रखी हैं. इसके मुताबिक हेड कोच की उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए. इसके अलावा हेड कोच वही व्यक्ति बन सकता है, जिसके पास कोचिंग में लेवल-3 का क्वालिफिकेशन हो. अगर वह उसके पास यह क्वालिफिकेशन नहीं है तो उसके पास कम से कम 30 टेस्ट या 50 वनडे का अनुभव होना चाहिए.
बीसीसीआई ने पिछली बार जब हेड कोच के लिए आवेदन मंगाए थे, तब मोहिंदर अमरनाथ जैसे अनुभवी भी इस रेस में शामिल थे. लेकिन बीसीसीआई की नई शर्तों से ऐसे उम्रदराज अनुभवी खुद-ब-खुद हेड कोच की रेस से बाहर हो गए हैं. फिलहाल संजय बांगर (Sanjay Bangar) टीम के असिस्टेंट व बैटिंग कोच हैं. भरत अरुण बॉलिंग और आर. श्रीधर फील्डिंग कोच हैं. सुनील सुब्रमण्यम विश्व कप के दौरान टीम मैनेजर थे.