नई दिल्ली: आईएमए के संस्थापक-मालिक मोहम्मद मंसूर खान को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. खान को दुबई से दिल्ली लैंड करते ही देर रात 1.50 बजे गिरफ्तार किया गया. केंद्रीय एजेंसियों ने खान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और उसे जांच में शामिल होने के लिए भारत लौटने के लिए आश्वस्त किया था. यह जानकारी सूत्रों ने दी. मंसूर खान ने सोमवार को एक वीडियो रिलीज किया था और कहा था कि वह 24 घंटों में भारत लौटेगा. उसने देश छोड़ने के अपने फैसले को सबसे बड़ी गलती बताया था. खान ने पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की. खान ने कहा था, ‘मुझे भारत की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. सबसे पहले भारत को छोड़ना बड़ी गलती थी लेकिन स्थितियां कुछ ऐसी थी कि मुझे उस समय देश छोड़कर जाना पड़ा. मैं अब तक नहीं जानता कि मेरा परिवार कहां है.’
मंसूर का यह संदेश उस वक्त सामने आया था जब उसने एक वीडियो रिलीज करके बेंगलूरू पुलिस कमिश्नर को कहा था कि वह भारत वापस आना चाहता है और उन लोगों को बेनकाब करना चाहता है जिन्होंने उसके बिजनेस वेंचर को डॉउन किया. 23 जून को जारी किए गए वीडियो में खान ने दावा किया था कि ठगी के पीछे ‘असली अपराधियों’ में ‘राज्य और केंद्रीय स्तरों पर बड़े नाम’ शामिल थे. इसके जवाब में बेंगलूरू पुलिस ने कहा था कि अगर वो शहर में वापस आते हैं तो पुलिस उनकी सुरक्षा की गारंटी लेगी.’
प्रवर्तन निदेशालय, जो वर्तमान में मंसूर खान से पूछताछ कर रहा है, ने आईएमए ज्वेल्स के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था और बाद में व्यवसायी को 24 जून को बेंगलुरु में केंद्रीय एजेंसी के जोनल कार्यालय के सामने पेश होने के लिए बुलाया था. उसने इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर जारी करने का अनुरोध किया था. नोटिस, संदिग्धों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
इस्लामिक कानूनों के साथ निवेश के विकल्प मुहैया कराने वाले आई मॉनेटरी एडवाइजरी (IMA) के मालिक मंसूर खान जून में हजारों निवेशकों को परेशानी में छोड़कर भारत से भाग गए थे. उन्होंने आत्महत्या करने की धमकी देते हुए एक ऑडियो क्लिप बनाया था. ऑडियो क्लिप में, उन्होंने अधिकारियों के द्वारा 400 करोड़ रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के बारे में भी बात की थी.इसमें कांग्रेस विधायक रोशन बेग की भागीदारी की बात भी कही गई थी हालांकि बेग ने इन आरोपों का खंडन किया है.
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