रायबरेली जेल में बंद चाचा से मिलने जा रही थी पीड़िता और परिवार
एनएच 32 पर ट्रक से कार की हुई टक्कर, पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई
परिजन का आरोप- हादसा नहीं साजिश है एक्सीडेंट, विधायक के आदमियों ने अंजाम दिया
हादसे के वक्त पीड़िता की सुरक्षा में लगे गनर भी साथ भी नहीं थे
उन्नाव/रायबरेली. भाजपा के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता और उसका परिवार रायबरेली जाते समय सड़क हादसे का शिकार हो गया। रविवार को एनएच 32 पर अटोरा गांव के पास बारिश के दौरान कार और ट्रक में टक्कर हो गई। इसमें पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई, जबकि पीड़िता और उसकी बड़ी बहन और वकील की हालत नाजुक है। इन्हें मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर किया गया।
जेल में बंद चाचा से मिलने जा रहा था परिवार
पीड़िता का चाचा रायबरेली जेल में बंद है। पीड़िता परिवार के साथ चाचा से मिलने जा रही थी। स्थानीय लोगों ने हादसे के बाद घायलों को बाहर निकाला। सूचना पाकर डायल 100 की टीम भी पहुंच गई। एंबुलेंस का इंतजार किए बिना पुलिस ने अपनी गाड़ी और प्राइवेट वाहन से सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने कार सवार पीड़िता की मौसी को मृत घोषित कर दिया, जबकि चाची ने ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में दम तोड़ा। कार चला रहे वकील महेंद्र सिंह, पीड़िता और उसकी बड़ी बहन का लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है।
एसपी ने बताया हादसा
पीड़िता के मामा का आरोप है कि ये हादसा नहीं बल्कि साजिश है, जिसे विधायक के आदमियों ने अंजाम दिया। जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी, उस ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पुती थी। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर ड्राइवर को हिरासत में लिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वहीं, एसपी सुनील सिंह ने कहा कि कोई साजिश नहीं है। यदि कोई आरोप है तो उसकी जांच कराई जाएगी।
सुरक्षाकर्मी साथ नहीं थे
पुलिस के अनुसार, ट्रक फतेहपुर का है। ट्रक मालिक को भी पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि नियमित तौर से सुरक्षा के लिए रहने वाले गनर भी दो दिन से साथ नहीं थे। रायबरेली जाते समय कार में जगह न मिलने के कारण गनर साथ नहीं गया था। लखनऊ की फोरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच करेगी।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर उनके गांव की युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। वह सीतापुर जेल में है। मामले में सीबीआई जांच चल रही है।
अखिलेश ने जताई हत्या के प्रयास की आशंका: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुआ हादसा गंभीर घटना है। उन्होंने इसके पीछे पीड़िता की हत्या की आशंका भी जताई। अखिलेश ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।
पहले हो चुकी हैं दो संदिग्ध मौतें: उन्नाव दुष्कर्म मामले में दो मौतें पहले भी हो चुकी हैं। पीड़िता के पिता की जेल में ही अप्रैल 2018 में एक हमले के बाद मौत हो गई थी। इस हमले के चश्मदीद गवाह की अगस्त 2018 में संदेहास्पद हालत में मौत हो गई थी।