लखनऊ. भाजपा ने उन्नाव दुष्कर्म मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गुरुवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया। कुलदीप उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधानसभा सीट से विधायक है। दुष्कर्म मामले में कुलदीप उत्तरप्रदेश में सीतापुर की जेल में बंद है। मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार निशाना साध रही हैं।
रविवार को हुआ था हादसा
28 जुलाई को पीड़िता का परिवार सड़क हादसे का शिकार हो गया था। इसमें पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी। जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रुप से घायल हो गए थे। पीड़िता हादसे के चौथे दिन लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में वेंटीलेटर पर है। इस मामले को लेकर लगातार विपक्ष भाजपा को घेर रहा था और आरोपी विधायक को पार्टी से बाहर करने की मांग कर रहा था। इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था कि विधायक कुलदीप सेंगर को पहले ही भाजपा से निलंबित किया जा चुका है। जब तक सीबीआई की जांच चल रही है, विधायक कुलदीप पार्टी से निलंबित रहेंगे।
बसपा, सपा के बाद भाजपा का दामन थामा
कुलदीप पहली बार 2002 में बसपा के टिकट पर उन्नाव सदर सीट से विधायक चुना गया था। इसके बाद 2007 में इसी जिले की बांगरमऊ और 2012 में भगवंतनगर सीट से सपा का विधायक रहा। 2017 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कुलदीप ने भाजपा का दामन थाम लिया। बीते 17 सालों से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का इलाके में खास दबदबा है। यही वजह रही कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खुद साक्षी महाराज जेल में उससे मिलने पहुंचे थे।
उन्नाव दुष्कर्म मामले में कब क्या हुआ?
माखी की रहने वाली एक नाबालिग ने 4 जून 2017 को कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। लेकिन विधायक पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। 8 अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता को उन्नाव पुलिस ने आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया। अगले दिन पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में संदिग्ध रूप से मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया।
इसके बाद पीड़िता ने लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की। इसके बाद मामला सुर्खियों में आया। राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया।
एसआईटी ने रिपोर्ट में कहा कि विधायक के खिलाफ दुष्कर्म के पर्याप्त सबूत नहीं मिले। 12 अप्रैल 2018 को प्रदेश सरकार की सिफारिश पर केंद्र ने सीबीआई जांच की मंजूरी दी। 24 अगस्त को मामले के गवाह यूनुस की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सीबीआई ने कब्र से उसका शव निकलवाकर पोस्टमॉर्टम कराया।
अब तक सीबीआई ने क्या किया?
7 जुलाई 2018: सीबीआई ने पीड़िता के पिता की मौत के मामले में आरोपपत्र दाखिल किया।
11 जुलाई 2018: विधायक सेंगर के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज हुआ।
13 जुलाई 2018: सीबीआई ने कुलदीप सिंह सेंगर से 16 घंटे पूछताछ की और गिरफ्तार किया। सीबीआई ने सेंगर पर पीड़िता के पिता के खिलाफ झूठा आरोप लगाने का मामला दर्ज किया।
27 जुलाई 2019: रायबरेली जाते वक्त पीड़ित के परिवार के साथ हादसा हुआ। जिसमें पीड़िता और उसका वकील घायल हुआ। जबकि चाची और मौसी की मौत हो गई। चाची दुष्कर्म केस में मुख्य गवाह थी।