श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को राज्य के हालात के बारे में जानकारी दी। लेकिन, इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दिया उनका बयान सुर्खियों में है। मलिक ने राहुल पर कहा कि आज तक उन्होंने कश्मीर पर अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया है। चुनाव के वक्त उनके विरोधियों को कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मलिक बोले- वो बस ये कह देंगे कि ये 370 के हिमायती हैं, तो लोग उन्हें जूतों से मारेंगे।
मलिक ने कहा- राहुल गांधी को उस दिन संसद में बोलना था, जब उनका नेता (अधीर रंजन चौधरी) कश्मीर के सवाल को यूएन से जोड़ रहा था। अगर वे लीडर थे तो उसे डांटते और बिठाकर कहते कि कश्मीर पर हमारा यह स्टैंड है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आनेवाले समय में जम्मू-कश्मीर के लिए एक बड़ी घोषणा करनेवाली है। उन्होंने कहा कि हिरासत में रखे गए नेताओं को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। यह उनके राजनीतिक करियर में मदद करेगा।
राहुल का बर्ताव सियासी नौसीखिए की तरह
राहुल गांधी के बारे में पूछे गए सवाल पर मलिक ने कहा, “मैं कुछ नहीं बोलना चाहता क्योंकि वो देश के प्रतिष्ठित परिवार का लड़का है। लेकिन वो एक पॉलिटिकल जुवेनाइल (सियासी नौसीखिए की तरह है। उसी का नतीजा है कि यूएन में पाक की चिट्ठी में उसके बयान का जिक्र है।” वहीं कश्मीर में हिरासत में रखे गए नेताओं पर उन्होंने कहा कि- मैं 30 साल जेल में रहा हूं। जो डिटेंशन में हैं वो कुछ दिन बाद निकल कर कहेंगे कि मैं छह महीने जेल में रहा। चुनाव में यह कह कर खड़े होंगे। जो जेल में रहेंगे वो बाद में बड़े नेता बन जाएंगे।
राज्य की संस्कृति और पहचान को आंच नहीं आएगी
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद प्रतिबंध लगाना इसलिए आवश्यक था ताकि लोगों की जान बचाई जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और पहचान को कोई आंच नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट का इस्तेमाल देश-विरोधी गतिविधियों में होता है। इसका इस्तेमाल हम लोग कम और आतंकवादी ज्यादा करते हैं। इसकी बहाली कुछ और समय के लिए निलम्बित रखी जाएगी।
अगले तीन महीने में 50 हजार नौकरियां सृजित होंगी: मलिक
मलिक ने स्वीकार किया कि कश्मीर घाटी में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाकर्मी पैलेट गन का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन वह इसका ध्यान रख रहे हैं कि लोग इससे कम प्रभावित हों। उन्होंने कहा कि राज्य में अगले तीन महीने में 50 हजार नौकरियां सृजित की जाएगी। यह राज्य के लिए सबसे ज्यादा भर्ती करने का अभियान साबित होगा।