माजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को तीन दिवसीय राजनीतिक दौरे के लिए रवाना होंगे। अपने इस राजनीतिक दौरे में वो रामपुर और बरेली जाएंगे। उनका रामपुर जाना पहले से ही आजम खान के समर्थन से जोड़ कर देखा जा रहा है। भूमि अतिक्रमण, चोरी, अत्याचार सहित 80 अलग-अलग मामलों में फंसे आजम खान का समर्थन अखिलेश यादव पहले ही कर चुके हैं और उन पर की गई सभी कार्रवाई को उन्होंने राजनीतिक करार दिया है। इसलिए उनका रामपुर जाना राजनीतिक मानदंडों से जोड़कर देखा जा रहा है।
अखिलेश शनिवार को मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय, रामपुर के छात्रों और शिक्षकों से मिलने सहित बरेली और रामपुर में विभिन्न कार्यक्रम में भाग लेंगे। यादव ने 9 सितंबर को लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दोनों शहरों की अपनी यात्रा की घोषणा की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले ही प्रशासन पर पार्टी नेता से मिलने से रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। हालांकि, प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि खान के खिलाफ की गई कार्रवाई कानून के अनुसार थी।
बता दें खान के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें जमीन हथियाना और आपराधिक धमकी भी शामिल है। रामपुर में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप में उनकी पत्नी और दो बेटों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले इलाहाबाद हा’ई को’र्ट ने आजम खान पर 27 मा’मलों में द’र्ज FIR को र’द्द किए जाने की या’चिका पर सु’नवाई से इ’नकार कर दिया। को’र्ट का कहना है कि 27 एफ’आईआर से जुड़े मा’मलों की सु’नवाई एक ही अ’र्जी से नहीं हो सकती है। को’र्ट ने कहा कि हर एफ’आईआर पर रा’हत पाने के लिए अलग-अलग अ’र्जी दा’खिल करनी होगी।
अखिलेश ने खान के समर्थन में कहा कि उनके खिलाफ मामले ‘राजनीतिक’ हैं। समाजवादी पार्टी के विधायक आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म पर भूमि अतिक्रमण और अत्याचार सहित कई मामले दर्ज हैं।