राष्ट्रपति रियुवेन रिवलिन रविवार को राजनीतिक दलों के साथ बातचीत शुरू करेंगे और देखेंगे कि अगली सरकार बनाने के लिए वह किसके नाम की सिफारिश कर सकते हैं।
जेरूसलम: इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बेनी गैंट्ज ने गुरुवार को खुद को अगले प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया। इससे कुछ घंटे पहले ही नेतन्याहू ने ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के नेता गैंट्ज से उनके साथ मिलकर एकता सरकार बनाने की अपील की थी ताकि तीसरी बार चुनाव की नौबत न आए। गुरुवार को देश में 5 महीने के अंदर दूसरी बार हुए चुनाव की 99 प्रतिशत मतगणना खत्म होने के बाद गैंट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी को इस्राइल की 120 सीटों वाली संसद में 32 सीटें प्राप्त हुई हैं, जबकि नेतन्याहू की लिकुद पार्टी को 31 सीटें मिली हैं।
देश की नजरें राष्ट्रपति के फैसले पर
राष्ट्रपति रियुवेन रिवलिन रविवार को राजनीतिक दलों के साथ बातचीत शुरू करेंगे और देखेंगे कि अगली सरकार बनाने के लिए वह किसके नाम की सिफारिश कर सकते हैं। राष्ट्रपति के कार्यालय ने एक बयान में यह बात कही है। 60 साल के गैंट्ज ने कहा है कि वह एक व्यापक, उदार और एकता सरकार बनाना चाहते हैं और उसकी अगुवाई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस्राइल पर थोपे गये चुनाव में जनता ने मतदान किया और स्पष्ट संदेश दिया।’ गैंट्ज ने कहा कि इस्राइल की जनता पिछले चुनाव के बाद भी एकता सरकार चाहती थी।
गैंट्ज ने ठोकी दावेदारी
उन्होंने दक्षिणपंथी गुटों के नेतन्याहू को अगला प्रधानमंत्री चुनने की सिफारिश का जिक्र करते हुए कहा, ‘एकता सरकार बनाने के लिए कोई राजनीतिक गुटों और झुकाव के साथ नहीं आ सकता। आप गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ आएं। मैं उसी हिसाब से काम करूंगा।’ उन्होंने कहा कि वह किसी फरमान पर अमल नहीं करेंगे। इससे पहले 69 वर्षीय नेतन्याहू ने कहा था कि वह दक्षिणपंथी सरकार बनाना चाहते थे, लेकिन चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि यह संभव नहीं है। इसके बाद नेतन्याहू ने 60 वर्षीय गैंट्ज से प्रक्रिया शुरू करने के लिए जल्द से जल्द मिलने को कहा।
नेतन्याहू का PM बनना मुश्किल!
नेतन्याहू ने कहा था, ‘बेनी, मैं आपसे मिलना चाहता हूं। आज एक व्यापक एकता सरकार बनाने की जिम्मेदारी हम पर है। देश हमसे, हम दोनों से मिलकर काम करने की उम्मीद करता है। आज मिलते हैं। किसी भी समय मिल सकते हैं। ताकि यह प्रक्रिया शुरू हो सके जिसकी हमसे इस बार अपेक्षा है।’ हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि नेतन्याहू का इस बार पीएम बनना थोड़ा मुश्किल है। आपको बता दें कि सबसे पहले अप्रैल में चुनाव हुआ था जिसमें सरकार बनाने के लिए कोई गठजोड़ नहीं बना पाने के बाद 69 वर्षीय नेतन्याहू ने दूसरे चुनाव की घोषणा की थी।