नई दिल्ली: जब चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतरने की कोशिश कर रहा था तो उस वक्त ‘हार्ड लैंडिंग’ के कारण उसका ग्राउंड स्टेशन से संपर्क टूट गया. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने यह जानकारी दी. उसने कहा है कि अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिक लैंडर को खोजने में अभी तक विफल रहे हैं.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 के विक्रम मॉड्यूल का सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो पाया था। लैंडर का आखिरी क्षण में जमीनी केंद्रों से संपर्क टूट गया था।
नासा अब 14 अक्टूबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से अंधेरा छंटने के बाद एक बार फिर अपने लूनर रिकॉनेसा ऑर्बिटर (एलआरओ) के कैमरे से विक्रम लैंडर की लोकेशन जानने और उसकी तस्वीर लेने की कोशिश करेगा। बता दें कि पहले भी एजेंसी ऐसी कोशिशें कर चुकी है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
Our @LRO_NASA mission imaged the targeted landing site of India’s Chandrayaan-2 lander, Vikram. The images were taken at dusk, and the team was not able to locate the lander. More images will be taken in October during a flyby in favorable lighting. More: https://t.co/1bMVGRKslp pic.twitter.com/kqTp3GkwuM
— NASA (@NASA) September 26, 2019