हेप्टाथलन खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन ने कहा है कि उनके लिए टोक्यो ओलम्पिक-2020 क्वालीफाई करना अब मुश्किल हो गया है क्योंकि उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) से हटा दिया गया है।
कोलकाता| एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की महिला हेप्टाथलन खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन ने गुरुवार को कहा है कि उनके लिए टोक्यो ओलम्पिक-2020 क्वालीफाई करना अब मुश्किल हो गया है क्योंकि उन्हें टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) से हटा दिया गया है।
इसके बावजूद वह ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगी। स्वप्ना ने भारत को एशियाई खेलों में पहला हेप्टाथलन स्वर्ण पदक दिलाया था। यहां एक कार्यक्रम से इतर बात करते हुए स्वप्ना ने कहा, “यह मुश्किल है लेकिन मुझे विश्वास है। मैं अगले साल अंक हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगी।”
उन्होंने कहा, “मुझे किसी तरह का पछातावा नहीं है। टॉप्स में होना अच्छा होता लेकिन मेरा ध्यान इस बात को सुनिश्चित करने पर है कि मैं टोक्यो ओलम्पिक से पहले फिट रहूं।” अर्जुन अवार्ड जीतने वाली इस खिलाड़ी को एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्लॉट देने का वादा किया था, लेकिन स्वप्ना का कहना है कि उन्हें अभी तक इसका इंतजार है।
उन्होंने कहा, “हमने काफी अपीलें कीं लेकिन अधिकारियों ने हमसे कहा कि वित्तीय समिति ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या मुख्यमंत्री इस बात से वाकिफ हैं या नहीं कि मुझे जमीन देने से मना कर दिया गया है।” उन्होंने कहा, “मुझे अभी तक सिर्फ 10 लाख रुपये और एक किराए का मकान मिला है जिसका किराया मैंने अपनी जेब से चार हजार रुपये हर महीने दे रही हूं। मुझे लग रहा है कि मुझे नजरअंदाज किया जा रहा है।”