नतीजा तो एक सीट का ही आया है लेकिन इसे भविष्य का संकेत मानें तो बसपा के लिए यहचिंता का सबब जरूर नज़र आता है। नतीजों ने संकेत दे दिए हैं कि बसपा ने सपा से गठबंधन तोड़ने का फैसला जल्दबाजी में किया। दोनों अगर साथ रहते तो हमीरपुर समेत अन्य होने वाले उपचुनावों में नतीजे अलग हो सकते थे।
हमीरपुर उपचुनाव में जीती भाजपा है और उसे टक्कर देने का काम सपा ने किया है। बसपा यहां तीसरे नंबर पर खिसक गई। लोकसभा चुनाव में सपा बसपा मिल कर चुनाव लड़े थे लेकिन चुनाव में मिलीजुली ताकत भी कोई कमाल नहीं कर सकी थी।
गठबंधन तोड़ने की पहल बसपा ने की और सपा पर सहयोग न करने का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए। लोकसभा की जंग के बाद पहली चुनावी परीक्षा इसी हमीरपुर विधानसभा सीट पर ही थी।
वैसे भी बुंदेलखंड के इलाके में बसपा का मजबूत जनाधार रहा है। पर इस जंग में बसपा तीसरे स्थान पर रही। बसपा के नौशाद अली को 30 हजार से भी कम वोट मिले जबकि सपा प्रत्याशी मनोज प्रजापति 56 हजार से ज्यादा वोट पाकर नंबर दो पर रहे। भारतीय जनता पार्टी के युवराज सिंह ने सीट जीती। उपचुनाव में सपा बसपा मिलकर लड़े होते तो यहां भाजपा हार जाती।
भाजपा ने जीता हमीरपुर उपचुनाव
हमीरपुर विधान सभा का उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी ने जीत लिया है। शुक्रवार को हुई मतगणना के बाद घोषित नतीजे के अनुसार भाजपा प्रत्याशी युवराज सिंह ने 17867 मतों के अंतर से निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के डा. मनोज कुमार प्रजापति को हरा दिया।
युवराज सिंह को कुल 74409 वोट मिले जो कि कुल पड़े मतों का 38.55 प्रतिशत है जबकि दूसरे नम्बर पर रहे सपा के डा. मनोज कुमार को कुल पड़े मतों में से 29.29 प्रतिशत यानि 56542 वोट मिले। बसपा के नौशाद अली तीसरे नम्बर पर रहे उन्हें कुल 28798 यानि 14.92 प्रतिशत वोट मिले।
कांग्रेस उम्मीदवार हरदीपक निषाद चौथे नम्बर पर रहे उन्हें 8.34 प्रतिशत यानि 16097 वोट मिले। इस उपचुनाव में कुल 402089 मतदाता थे जिनमें से 48 प्रतिशत यानि कुल 1,93,037 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
2017 में हुए विधान सभा के आम चुनाव में हमीरपुर की यह सीट भाजपा के अशोक कुमार सिंह चंदेल ने 8655 के मतों के अंतर से जीती थी। श्री चंदेल को उस चुनाव में कुल 110888 यानि 44.49 प्रतिशत वोट मिले थे।
उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के डा. मनोज कुमार प्रजापति को 24.97 प्रतिशत यानि 62233 मत प्राप्त हुए थे। तीसरे नम्बर पर बसपा के संजीव कुमार उर्फ संजय दीक्षित रहे थे जिन्हें 24.29 प्रतिशत यानि 60543 मत मिले थे। इन आंकड़ों से साफ होता है कि इस उपचुनाव में भी हालांकि भाजपा उम्मीदवार की ही जीत हुई है मगर उनका वोट प्रतिशत 2017 के आम चुनाव के मुकाबले कम हुआ है और सपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। हमीरपुर की इस सीट से आम चुनाव में विजयी हुई भाजपा के अशोक कुमार सिंह चंदेल को अदालत में चल रहे एक मुकदमे में सजा सुनाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने उनकी सदस्यता खत्म कर दी थी और इस वजह से विधान सभा की यह सीट खाली चल रही थी।
सपा धर्मेंद्र यादव को दे सकती है रामपुर का टिकट
सपा धर्मेंद्र यादव को रामपुर से प्रत्याशी बना सकती है। रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सपा जीतने के लिए यह दांव खेलने की रणनीति बना रही है। यह सीट सपा के आजम खां के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उपचुनाव में जीत प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के सुशासन की जीत है। पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता का आभार।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उपचुनाव में पार्टी को मिली विजय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की जीत है। मैं भाजपा की जीत पर जनता के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
बसपा प्रमुख मायावती का ट्वीट ने कहा कि भाजपा ने ईवीएम की धांधली से परिणाम प्रभावित किया है। बारिश से इनके वोटर निकले ही नहीं थे, भाजपा की नीयत में खोट नहीं था तो सभी 12 सीटों पर एक साथ उपचुनाव क्यों नहीं कराया गया?
भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कहा कि जन कल्याणकारी सुशासन और कार्यकर्ता के परिश्रम की विजय है। अगले महीने 11 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में भी जीत का क्रम जारी रहेगा।