एनसीपी ने कहा है कि वह बीजेपी को समर्थन नहीं देगी. एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि उनकी पार्टी और सहयोगी दल कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच तीखी बयानबाजी जारी है. शिवसेना ने आज यहां तक कह दिया कि अगर हम चाहें तो दो तिहाई बहुमत से सरकार बना सकते है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि साहिब…मत पालिए, अहंकार को इतना. वक़्त के सागर में कई, सिकन्दर डूब गए..!
शिवसेना के बहुमत वाले बयान के बाद इस बात की अटकलें और तेज हो गई है कि क्या शिवसेना शरद पवार की पार्टी एनसीपी से मिलकर सरकार बनाएगी और कांग्रेस बाहर से समर्थन देगी. गुरुवार को संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी.
अटकलों को कांग्रेस और एनसीपी दोनों ने सिरे से खारिज किया है. एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी और सहयोगी दल कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी. पवार ने कहा कि चुनाव के परिणाम से साफ है कि उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और वह ऐसा ही करेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने भी कहा कि कांग्रेस सरकार नहीं बनाने जा रही है. उन्होंने कहा कि जनता ने किसी को भी स्पष्ट बहुमत से नहीं दिया है. शिंदे ने कहा, ”मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कांग्रेस एक सेक्युलर पार्टी है. कांग्रेस कभी भी धर्म या जाति के विचारों पर चलने वाली पार्टियों को समर्थन नहीं देगी. जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है. हम उसका पालन करेंगे.”
हालांकि एनसीपी नेता नवाब मलिक अन्य राजनीतिक समीकरण से इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी-शिवसेना को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बहुमत दिया है. हम चाहते हैं कि वे सरकार बनाएं और सदन के पटल पर बहुमत साबित करें. यदि वे बहुमत साबित करने में सक्षम नहीं होते हैं तो हम निश्चित रूप से सरकार बनाने की कोशिश करेंगे.
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 145 सीटें चाहिए. विधानसभा चुनाव में बीजेपी 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत 145 है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं.