जिन यूज़र्स के पास एनएफसी एनेबल्ड डिवाइस (NFC Enabled Device) है उनको लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट को डाउनलोड करना चाहिए.
अगर आपके पास भी एंड्रॉयड 8.0 या उसके बाद का फोन है तो यह एक नए तरह की समस्या के चपेट में आ सकता है. दरअसल हैकर्स इन डिवाइसेज़ में एनएफसी बीमिंग का प्रयोग करके यूज़र्स के फोन में मैलवेयर को इन्स्टॉल कर रहे हैं. गूगल ने इस एंड्रॉयड बग में सुधार करने की कोशिश की थी लेकिन तमाम डिवाइस पर अभी भी खतरा है. यह बग ने एंड्रॉयड 8.0 ओरियो और इसके बाद के डिवाइसेज़ पर असर डालता है. हैकर्स एनएफसी बीमिंग का प्रयोग करके आसपास के फोन में मैलवेयर फैला देते हैं. जिन एंड्रॉयड फोन में एनएफसी है वे बड़ी फाइल को ट्रांसफर करने के लिए इसका प्रयोग करते हैं. जब दो डिवाइस आसपास होते हैं तो एंड्रॉयड बीम ऑटोमेटिक तरीके से कॉपी कर लेती है.
एंड्रॉयड बीम यूज़र्स को एपीके फाइल्स (APK Files) कॉपी करने की छूट देता है. हमेशा यूज़र्स को एपीके फाइल ट्रांसफर का एलर्ट आता है. लेकिन यह बग उस वॉर्निंग मैसेज को बाईपास कर देता है और फाइल ट्रांसफर करने का नॉर्मल मैसेज ही दिखाता है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक इस बग की खोज Y. Shafranovich ने की. उन्होंने पता लगाया कि यह बग Android 8 Oreo और उसके बाद के अपडेटे़ हैंडसेट पर काम करता है. अक्टूबर 2019 के सिक्योरिटी अपडेट में गूगल ने इसे सीवीई 2019-2173 के रूप में फाइल किया है.
कैसे करें बचाव-
जिन यूज़र्स के पास एनएफसी एनेबल्ड डिवाइस है उनको लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट को डाउनलोड करना चाहिए. हालांकि, गूगल और दूसरे ब्रैंड भी यूज़र्स के लिए सिक्योरिटी अपडेट लाते रहते हैं. फिर भी अगर आप किसी भी वजह से अभी तक सिक्योरिटी अपडेट नहीं कर पाए हैं तो आप अपने फोन में एनएफसी को बंद कर सकते हैं.
क्या है एनएफसी-
एनएफसी एक तरह का कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल है जिसके सहारे दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बीच कम्युनिकेशन होता है. इसका प्रयोग खासतौर पर कॉन्टैक्लेस पेमेंट के लिए होता है. इसी वजह से सिक्योरिटी को लेकर खतरा भी पैदा होता है.
एनएफसी को ऑफ करने के लिए के लिए कुछ स्टेप्स अपनाने होंगे. वाई-फाई, ब्लूटूथ और किसी और कनेक्टिव टेक की तरह इसे ऑफ करना काफी आसान है. इसके लिए सबसे पहले सेटिंग्स में जाएं, फिर कनेक्टेड डिवाइस के ऑप्शन को क्लिक करें इसके बाद टॉगल डिवाइस को बंद कर दें. इसके बाद आपका डिवाइस किसी और एनएफसी डिवाइस के कम्युनिकेट नहीं कर पाएगा और न ही फोन की सिक्यिुरिटी को कोई खतरा होगा.