पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने खासकर सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों पर रोक लगाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
जहां इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई है उसमें मालदा, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, उत्तरी 24 परगना में और दक्षिणी 24 परगना के कई हिस्सों में इंटनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। अधिकारी ने कहा, ”बार-बार अनुरोध करने के बावजूद कुछ सांप्रदायकि शक्तियां हिंसक प्रदर्शन कर रही हैं। स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने राज्य के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए। हावड़ा-मुर्शिदाबाद में प्रदर्शनकारियों ने बसें, स्टेशन, दुकानें और टोल प्लाजा फूंक दी। मुर्शिदाबाद जिले के कृष्णपुर स्टेशन पर भीड़ ने पांच खाली ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। लालगोला स्टेशन पर रेल पटरियों पर तोड़फोड़ की गई। जिले के सुती में, प्रदर्शनकारियों ने तीन सरकारी बसों में तोड़-फोड़ की और यात्रियों को जबरन बस से उतारकर एक बस को आग लगा दी।
पुलिस ने बताया कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मुंबई और दिल्ली रोड को कोलकाता से जोड़ने वाले कोना एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया और करीब 25 सार्वजनिक एवं निजी बसें फूंक दीं। मालदा और मुर्शिदाबाद में भी कई बसों को आग के हवाले कर दिया। मुर्शिदाबाद जिले में कुछ इलाकों में हालात अनियंत्रित होता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।