कच्ची कॉलोनियों में रहने वालों को मालिकाना हक दिलाने को लेकर धन्यवाद रैली का आयोजन रविवार को किया गया। रैली में अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि केंद्र सरकार ने महज आठ माह के समय में कॉलोनियों में मालिकाना हक दिए जाने का प्रारूप तैयार किया और जल्द ही कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लगभग 40 लाख लोगों को अपनी संपत्ति का मालिकाना हक मिलेगा।
Jharkhand Assembly results: Uphill task for BJP to retain power as exit polls favour JMM-led alliance
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— ANI Digital (@ani_digital) December 22, 2019
रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कि किस प्रकार केंद्र सरकार ने दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में मालिकाना हक देने की रूपरेखा तैयार की और उसे जमीन पर उतारा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मार्च 2019 में यह काम अपने हाथ में लिया और नवंबर-दिसंबर में इसे लोकसभा-राज्यसभा से पास करा लिया गया। इसके लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय और दिल्ली विकास प्राधिकरण ने दिन रात मेहनत से काम किया है।
राज्य सरकार पर आरोप : प्रधानमंत्री ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने कॉलोनियों की बाउंड्री तय करने के लिए दो बार दो-दो साल के वक्त की मांग की। अभी भी दिल्ली सरकार ने कॉलोनियों की बाउंड्री तय करने के लिए 2021 तक का वक्त मांगा था। मोदी ने कहा कि मैं किसी कार्य को लटकाना पसंद नहीं करता हूं। हमने अपने मंत्री (हरदीप सिंह पुरी) और अधिकारियों से बात की और कॉलोनियों की बाउंड्री और नक्शे बनाने का काम शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सभी 1731 कच्ची कॉलोनियों की बाउंड्री और नक्शे तय कर लिए गए हैं। 1250 से अधिक कॉलोनियों के नक्शे ऑनलाइन डाल दिए गए हैं। जल्द ही सभी लोगों को अपनी संपत्ति का मालिकाना हक मिलेगा।
सेटेलाइट चित्र से तय हुई बाउंड्री : कच्ची कॉलोनियों के नक्शे तैयार करने में डीडीए ने इसरो की सहायता ली है। दिल्ली की सभी कॉलोनियों के 2015 और 2018 के सेटेलाइट चित्र मांगे। इन्हीं की सहायता से कॉलोनियों की बाउंड्री तय की गई हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब-जब चुनाव आया, कांग्रेस ने जनता के साथ धोखा किया है।
नागरिकता नाम की बच्ची का जिक्र किया
रैली के दौरान नागरिकता कानून पर विपक्षी दलों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिन की एक बच्ची का नाम लिया। वह बच्ची दिल्ली के मजनूं का टीला इलाके में जन्मी है, जिसका नाम नागरिक संशोधन कानून के नाम पर ‘नागरिकता’ रखा गया है।
उपमुख्यमंत्री पर निशाना : प्रधानमंत्री ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री पर बिना नाम लिए निशाना साधा। सिसोदिया ने बीते दिनों जामिया इलाके में प्रदर्शन के दौरान वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें पुलिस वाले एक बस के अंदर सीट पर कुछ डाल रहे हैं। सिसोदिया ने उनकी भूमिका पर संशय जताया था।
‘सरकारी संपत्ति आम जनता के टैक्स से आती है’
रामलीला मैदान में हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुए सरकारी संपत्ति के नुकसान को लेकर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि वे चाहें तो मेरा पुतला बनाकर हर गली-मोहल्ले-चौराहे पर फूंक लें। चाहें तो मुझे गाली दे लें, लेकिन सरकारी संपत्ति आपके ही टैक्स से आती है उसे न जलाएं। उन्होंने कहा कि लोग अफवाहों के चक्कर में पड़कर सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं।
आधे समय नागरिकता कानून पर बोले
कच्ची कॉलोनियों को लेकर धन्यवाद रैली का आयोजन किया गया था। मगर लोगों के मन में कच्ची कॉलोनियों से ज्यादा नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर प्रधानमंत्री क्या बोलते हैं इसे लेकर उत्सुकता थी। प्रधानमंत्री मोदी जनता की भावनाओं को समझते हुए 100 मिनट के भाषण में आधे से ज्यादा समय इसी मुद्दे पर बोले।
रैली में लोगों से सफाई का वादा लिया
रैली के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात रखने के साथ ही प्रधानमंत्री ने दिल्लीवालों से दो अपील भी की। पहली, वह सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दें। दूसरी, दिल्ली में सफाई अभियान चलाएं, जिससे नए साल पर दिल्लीवालों को नई साफ-सुथरी दिल्ली मिले। उन्होंने कहा कि दिल्ली में रहने वाले लोगों की जिम्मेदारी है कि वह आज यह संकल्प लें कि वह एक जनवरी को साफ दिल्ली बनाएंगे। वह सफाई अभियान चलाएंगे।