अजवाइन को पेट दुखने पर या अपचन होने पर कैसे प्रयोग किया जाता है ?

अजवाइन ( Carom seeds) एक ऐसी रामबाण औषधि है जिसका कोई जवाब नहीं । मेरे परिवार में इसको कैसे और कब इस्तेमाल किया जाताहै मैं नीचे लिख रही हूँ —

1. एक वर्ष से कम आयु के बच्चों में पेटदर्द ( अपच ) में अजवाइन को हल्दी और गुड के साथ पानी में उबाल कर दिया जाता है।

2. थोड़े बड़े बच्चों को अजवाइन पीस कर काले नमक के साथ गुनगुने पानी से दिया जाता है।( यह हर उम्र के लिए कारगर है)

3. मैं अजवाइन हर रोज़ कम से कम एक बार ज़रूर चबातीं हूँ ( जैसे खाने के बाद सामान्यतः लोग सौफ चबाते है) ठंड में भारी भोजन किया है तो बिना देर किए पानी पीने से पहले अजवाइन लेना अच्छा है।

4. जिस उम्र में दाँत इतने मजबूत नहीं कि दानो को ठीक से चबा सके , उनके लिए अजवाइन , मेथी दाना और हल्दी को पीस कर जो पाउडर बने उसे गुनगुने पानी से लेना बहुत प्रभावशाली होता है।

पेटके अपच से जुड़ी समस्या में अजवाइन बहुत कारगर है ।

5. डिलेवरी के तुरंत बाद हमारे परिवार में माँ को अजवाइन , गुड और घी का पानी दिया जाता है , जिससे bleeding सही तरीक़े से होती है और महीनो बाद माँ का पेट पुरानी स्तिथि में आ जाता है ।घी से पोषण मिलता है ( ps : ये normal delivery में ही दिया जाता है)।

6. ज़ुकाम होने पर अजवाइन को तवे पर सेक कर उसे सूँघने से साँस में बहुत लाभ होता है , यक़ीन कीजिए ये best inhaler है (सिके दानो को मुलायम कॉटन के कपड़े में बाँध कर छोटी सी पोटली बना कर पास में रख लिया जाए तो बंद नाक में बार बार काम ले सकतेहै)।

    ssss

    Leave a Comment

    Related posts