लखनऊ (उत्तर प्रदेश). फर्रुखाबाद में जमानत पर छूटे हत्या के आरोपी ने गुरुवार को 23 बच्चों को 8 घंटे तक घर में बंधक बनाए रखा। दिन में पुलिस और एटीएस बच्चों को छुड़ाने में नाकाम रही। इसके बाद देर रात एनएसजी कमांडो का एक दस्ता फर्रुखाबाद रवाना हुआ। लेकिन रात करीब 1 बजे पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया और आरोपी सुभाष बाथम के घर का दरवाजा तोड़कर बच्चों को सुरक्षित निकाला। इसी दौरान मुठभेड़ में बाथम मारा गया। पुलिस ने उसकी पत्नी को भीड़ से बचाकर निकाला। आरोपी ने बेटी की बर्थडे पार्टी के बहाने बच्चाें काे बुलाकर अंडरग्राउंड कमरे में बंद कर दिया था।
डीजीपी ओपी सिंह ने देर रात 1:10 बजे बताया कि पुलिस ने पिछले दरवाजे से घर में घुसने की कोशिश की। इस पर बाथम ने फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। इस दौरान उसकी पत्नी भी घायल हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस टीम को 10 लाख रु. इनाम देने की घोषणा की है।
Farrukhabad Police: More than 15 children, and a few women, have been held hostage at a house by a man. Incident of firing has also taken place. Operation to rescue them is underway. Senior police officers are present at the spot. https://t.co/SFoEdEuq7g pic.twitter.com/PkPALZ4Z4Y
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2020
बदमाश ने 6 बार फायरिंग की, हथगोला भी फेंका
मोहम्मदाबाद के करथिया गांव में जमानत पर बाहर आए बाथम ने बेटी के जन्मदिन के बहाने बच्चों को घर बुलाया। फिर सभी को एक भूमिगत कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद वह नशे में छत पर चढ़कर चीखने लगा कि अब पुलिस उसे पकड़ने आई, तो नतीजा भुगतना पड़ेगा। यहां गांव के लोग जमा हो गए। बच्चों को छुड़ाने पहुंची पुलिस टीम पर उसने गोलियां चलाईं। 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बाथम के दोस्त को उसे मनाने के लिए भेजा, उसे भी गोली लगी है। आरोपी ने 6 बार फायरिंग की और घर के बाहर हथगोला भी फेंका था। इतना ही नहीं उसने 35 किलो बारूद से घर को उड़ाने की धमकी भी दी।
साजिश: साल में दूसरी बार मनाया बेटी का बर्थडे
एक पड़ोसी ने बताया कि सुभाष साल में दूसरी बार बेटी का बर्थडे मना रहा था। वह 8-10 हजार रुपए का सामान लाया था। मोहल्ले में खेल रहे बच्चों को उसने टॉफी का लालच देकर बुलाया। जब एक महिला अपने बच्चे को लेने गई तो बाथम ने लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी।
शक: गांव वालों की वजह से ही मर्डर केस में फंसा
बाथम को मौसा की हत्या के मामले में उम्रकैद हुई थी। 10 साल तक वह जेल में रहा। फिर हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। करीब चार महीने पहले स्वाट टीम उसे चोरी के मामले में पकड़कर ले गई थी, तभी से वह गांव के लोगों से दुश्मनी रखता था। उसे शक है कि गांव वालों की वजह से ही वह मर्डर केस में फंसा। पुलिस और ग्रामीणों से बदला लेने के लिए उसने बच्चों को बंधक बनाने की योजना बनाई।
टाइम लाइन:
- 2 बजे: सुभाष बाथम ने मोहल्ले के बच्चों को बर्थडे पार्टी का लालच देकर बुलाया।
- 4 बजे: बाथम के घर पर आयोजित बर्थडे पार्टी में बच्चे पहुंचे।
- 5 बजे: सुभाष ने छत पर पहुंचकर बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना लिया है।
- 5:30 बजे: गांव वालों ने बाथम के करीबी दोस्त को बात करने भेजा, उसने पैर में गोली मार दी। सूचना देने के 45 मिनट बाद पुलिस पहुंची।
- 6 बजे: पुलिस ने सुभाष से बातचीत शुरू की, इस बीच आरोपी ने फायरिंग की, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हुए।
- 6:15 बजे: आरोपी ने घर के अंदर से हथगोला (लो रेडिएंट बम) फेंका।
- 6:30 बजे: डीएम-एससपी मौके पर पहुंचे। आरोपी ने स्थानीय विधायक को बुलाने की मांग की। इसी बीच आरोपी ने दोबारा फायर किया।
- 7:00 बजे: उच्च अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई। आरोपी के पास हथियार होने के चलते खतरे का अंदेशा भी जताया गया।
- 7:30 बजे: डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया। एनएसजी से भी संपर्क किया गया।
- 9:10 बजे: सीएम योगी ने तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई।
- 9:20 बजे: एटीएस की टीम मौके पर पहुंची, घर को घेरा गया।
- 9:30 बजे: एटीएस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
- 10:00 बजे: ड्रोन के जरिए घर के अंदर की तस्वीरें ली गईं।
- 11:00 बजे: एनएसजी कमांडो का दस्ता फर्रुखाबाद के लिए रवाना।
- 11:30 बजे: आरोपी ने बेहोश हो चुकी एक बच्ची को छोड़ा।
- 12:00 बजे: आरोपी ने पुलिस को मांग पत्र भेजा।
- 01:00 बजे: दो और बच्चों को बाहर निकाला गया।
- 01:05 बजे: पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से ऑपरेशन चला बच्चों को बचाया। आरोपी भी ढेर।
- 01:10 बजे: डीजीपी ओपी सिंह ने बदमाश के मारे जाने की पुष्टि की।
- 02:00 बजे: मुख्यमंत्री ने पुलिस टीम को 10 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की।