दिल्ली शाहीन बाग: PM मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना

दिल्ली विधानभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के पक्ष में पहली रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने नागरिकता कानून, राम मंदिर, धारा 370 को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने 2022 तक हर गरीब को पक्का घर देने के अपने वादे को भी दोहराया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में जब तक अरविंद केजरीवाल की सरकार रहेगी, दिल्ली का विकास नहीं होगा।

पीएम मोदी की यह रैली पूर्वी दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित सीबीडी ग्राउंड में हुई। रैली की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिल्ली के लोगों के मन में क्या है, यह आज की रैली में साफ दिखाई दे रहा है। पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की सरकार गरीब बेघरों को घर नहीं देना चाहती है।

जानें पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें:

1. लोकसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों ने एक-एक वोट से भाजपा की ताकत बढ़ाई है। सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने बता दिया था कि वो किस दिशा में सोच रहे हैं। देश बदलने में दिल्ली के लोगों ने बहुत मदद की है। अब दिल्ली के लोगों का वोट अपनी दिल्ली को भी बदलेगा।

2. आठ फरवरी को पड़ने वाला वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं, इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा। ये काम कौन कर सकता है? वो भारतीय जनता पार्टी, जो अपने हर संकल्प को पूरा करती है, जो कहती है, वो करती है।

3. पहली बार लाल बत्ती के रौब से देश के लोगों को मुक्ति मिली है। सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण का अधिकार मिला। पांच लाख रुपए तक की आय पर इनकम टैक्स ज़ीरो हुआ। पहली बार, काले धन की हेरा-फेरी करने वाली साढ़े 3 लाख संदिग्ध कंपनियों को ताला लगा।

4. 84 के सिख नरसंहार में दोषियों को सज़ा कितने साल बाद मिली? 34 साल बाद। वायुसेना को नेक्स्ट जनरेशन लड़ाकू विमान कितने साल बाद मिला? 35 साल बाद। बेनामी संपत्ति कानून कितने साल बाद लागू हुआ? 28 साल बाद।

5. CAA से हिंदुओं, सिखों और ईसाईयों को नागरिकता का अधिकार कितने साल बाद मिला? 70 साल बाद। शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल कितने साल बाद बना? 50-60 साल बाद के बाद बना।

6. बजट में युवाओं के रोजगार से जुड़े एक बड़े रिफॉर्म का ऐलान किया गया है। ये रिफॉर्म है- नॉन गैजेटेड सरकारी नौकरियों में अलग-अलग एग्ज़ाम की परेशानी से युवाओं को मुक्ति दिलाना। केंद्र सरकार की भर्तियों में इंटरव्यू खत्म करने से भ्रष्टाचार पर चोट हुई।

7. पहली बार, देश को लोकपाल भी मिला। देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया, लेकिन दिल्ली के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं। इतना बड़ा आंदोलन और इतनी बड़ी-बड़ी बातें की गई थी, उन सबका क्या हुआ?

8. सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग, बीते कई दिनों से सिजिटनशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं? नहीं, इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजाइन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला है।

9. यही वो लोग हैं जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को आज तक बचा रहे हैं। क्या दिल्ली के लोग ये भूल सकते हैं? इसकी वजह क्या थी? वोटबैंक की राजनीति, तुष्टिकरण की राजनीति।

10. याद करिए, जब इन्हीं हमलों के गुनहगारों को दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में मार गिराया, तो उसे फर्जी एनकाउंटर कहा गया था। यही वो लोग हैं जिन्होंने बाटला हाउस में आतंकियों को मारने पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

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