रोज सोलह अंडे खाकर और छह घंटे ट्रेनिंग ‘हवा सिंह’

सूरज पंचोली की अगली फिल्म ‘हवा सिंह’ होगी। यह मशहूर इंडियन बॉक्सर हवा सिंह की बायोपिक है। इसका फर्स्ट लुक मंगलवार को सलमान खान ने रिलीज किया। अगले पांच दिनों में इसकी पूरी टीम शूटिंग के लिए हरियाणा रवाना हो रही है। इसका निर्देशन प्रकाश नांबियार करेंगे। फिल्म में हवा सिंह की बॉडी एक्वायर करने के लिए सूरज ने 10 किलो वजन बढ़ाया और इसके लिए उन्हें बॉक्सिंग की ट्रेनिंग खुद हवा सिंह के बेटे ने दी।

सूरज ने भास्कर से खास बातचीत में बताया, ‘इस फिल्म की शूटिंग हवा सिंह के घर और उनके होम टाउन में होगी। उनके परिवार में तीसरी पीढ़ी भी बॉक्सिंग के खेल को आगे बढ़ा रही है। उनकी पोती नूपुर हवा सिंह महज 18 या 19 साल की हैं और वे इंडिया ओलिंपिक्स के लिए क्वालीफाई कर रही हैं।’

छह महीने हरियाणा में रहकर ट्रेनिंग ली

सूरज के मुताबिक ‘हवा सिंह जैसा बनने के लिए बॉडी ट्रांसफॉरमेशन के साथ-साथ बॉक्सिंग सीखने पर भी मैंने बहुत अभ्यास किया है। यह मुझे 6 महीने पहले ऑफर की गई थी और मैंने उसी वक्त से बॉक्सिंग ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। अपना वजन भी बढ़ाना शुरू कर दिया था। इसकी पूरी ट्रेनिंग मुझे उनके बेटे संजय हवा सिंह ने दी है। वहीं मैंने विजेंद्र सिंह से भी बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ली थी। इस दौरान मैं छह महीने हरियाणा में रहा हूं। इसके बाद संजय मुंबई आए और यहीं कैंप लगाकर फिल्म के बाकी कलाकारों को भी बॉक्सिंग की ट्रेनिंग दी।

कैरेक्टर के लिए 10 किलो वजन बढ़ाया

‘हरियाणा में जब हमारा कैंप लगा था तब रोजाना दिन में तीन बार ट्रेनिंग होती थी। मैं वहां के प्रोफेशनल बॉक्सर्स के साथ ट्रेनिंग करता था। उन्हीं के घर का खाना खाता था। यह सिलसिला कुल मिलाकर 4 से 5 महीने तक चला। लिहाजा, मैंने पिछले पांच महीनों में अपना वजन इस कैरेक्टर के लिए 10 किलो बढ़ाया। ‘गजनी’ में वेट पुट ऑन करने के लिए आमिर हर दो घंटे पर छोटे-छोटे मील लिया करते थे। मैं पिछले चार-पांच महीनों से रोजाना दिन के 15-16 अंडे खा रहा हूं। डेढ़ किलो तक दूध पी रहा हूं। नारियल पानी भी मेरी मील में रहता ही है।’

कौन थे हवा सिंह?

कप्तान ‘हवा सिंह’ का जन्म 16 दिसंबर 1937 को हरियाणा में भिवानी जिले के उमरवास गांव में हुआ था। 19 साल की उम्र में वे भारतीय सेना में शामिल हुए और वहीं उन्होंने बॉक्सिंग करना शुरू कर दिया। साल 1960 में उन्होंने उस समय के चैम्पियन मोहब्बत सिंह को हराकर वेस्टर्न कमांड का खिताब जीता था। हवा ने साल 1961 से 1972 तक लगातार नेशनल बॉक्सिंग चैम्पियनशिप जीती थी। उनके इस रिकॉर्ड की बराबरी आज तक कोई नहीं कर पाया है। एशियाई खेलों में बॉक्सिंग के लिए दो स्वर्ण पदक जीतने वाले हवा इकलौते भारतीय बॉक्सर हैं।

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