कानपुर प्रशासन (Kanpur Administration) ने चमनगंज से जाने वाले रास्तों को रस्सियां लगाकर बंद कर दिया है. प्रशासन की कार्रवाई के बाद महिलाओं का विरोध और बढ़ा गया. महिलाएं तकरीबन 1 किलोमीटर तक सड़क पर बैठ गई हैं.
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) शहर के चमनगंज (Chamanganj) इलाके में दिल्ली के शाहीनबाग (Sheenbagh) सा नजारा दिख रहा है. यहां अब महिलाएं मैदान की जगह सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगी हैं. उधर प्रशासन ने चमनगंज से जाने वाले रास्तों को रस्सियां लगाकर बंद कर दिया है. प्रशासन की कार्रवाई के बाद महिलाओं का विरोध और बढ़ा गया. महिलाएं तकरीबन 1 किलोमीटर तक सड़क पर बैठ गई हैं.
बता दें उत्तर प्रदेश के कानपुर के चमनगंज स्थित मोहम्मद अली पार्क (Mohammad Ali Park) में सीएए (CAA), एनआरसी और एनपीआर के विरोध महिलाओं के धरना प्रदर्शन चल रहा है. हालांकि 33वें दिन को धरना खत्म होने की खबर से प्रशासन को राहत मिलने वाली थी, लेकिन महिलाओं के इरादा बदलने से हालात फिर खराब हो गए हैं. यही नहीं, महिलाओं ने जब रविवार रात दोबारा प्रदर्शन शुरू किया तो जिला प्रशासन ने सख्त रूख अपनाने की कोशिश की, जिससे मुस्लिम इलाके में और तनाव बढ़ गया है.
जिला प्रशासन के प्रयास विफल
सीएए को लेकर फिर शुरू हुए धरने को लेकर चमनगंज के साथ-साथ पूरे शहर में ना सिर्फ बेचैनी बल्कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बंद दिखाई दिया. हालांकि महिलाओं से बात करने की प्रशासन रात तीन बजे तक कोशिश करता रहा, लेकिन वह अपनी अपनी मांगों पर अड़ी रहीं.
सुबह 5 बजे पार्क खाली कराया, लेकिन…
हालांकि सुबह पांच बजे एक वक्त ऐसा भी आया, जब पुलिस प्रशासन ने महिलाओं से पार्क को खाली करा कर सारा समान बाहर कर दिया. इसके बाद पूरे इलाके में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई. लेकिन कुछ घंटे बाद देखते-देखते एक बार फिर हजारों की तादाद में महिलाएं सड़क पर आकर बैठ गईं और पुलिस को पीछे हटना पड़ा.
महिलाओं की ये है मांग
पुलिस कप्तान अन्नत देव व डीएम बी देव ने महिलाओं से बात की, लेकिन उनकी मांग है कि नोटिस भेजकर लोगों को मुकदमे में फंसाने की कवायद को रोका जाए, तभी कोई बात होगी. इसके बाद पुलिस ने पुलिस महिलाओं को पार्क में जाने की इजाजत दे दी, लेकिन वह सड़क पर ही बैठ गई हैं. इसके बाद इलाके के साथ पूरे शहर में पुलिस बल, आरएएफ व पीएसी को भारी संख्या में तैनात किया गया है.