इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार (1 मार्च) को कहा कि अगर मैं चुनाव में दोबारा जीता, तो वेस्ट बैंक के अन्य हिस्सों पर भी कब्जा करूंगा। उनका यह बयान तब आया है जब इजरायल में एक साल के भीतर सोमवार (2 मार्च) को तीसरी बार चुनाव होने वाला है।
इजरायल रेडियो को दिए एक साक्षात्कार में नेतन्याहू ने कहा कि जॉर्डन वैली और वेस्ट बैंक के अन्य हिस्सों को देश के अंदर लाना उनके शीर्ष चार तत्काल मिशन में से एक का हिस्सा है। चुनाव से सिर्फ 24 घंटे पहले आए इस साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “यह कुछ सप्ताह के भीतर होगा। ज्यादा से ज्यादा दो महीने का समय लगेगा। मैं यही उम्मीद रखता हूं।”
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पश्चिम एशिया शांति योजना की काफी आलोचना हुई थी। यह योजना जनवरी में सामने आई थी। इसके तहत इजराइल को इस क्षेत्र को अपने कब्जे में लेने की मंजूरी मिल गई थी और एक ऐसी कमेटी भी तैयार करने का प्रस्ताव दिया गया था जो यह देखेगी कि कितनी सीमा अपने कब्जे में लेनी है।
नेतन्याहू, बेनी गांत्ज के बीच टक्कर
एक साल के भीतर सोमवार (2 मार्च) को इजरायल में तीसरी बार चुनाव होने जा रहा है। पिछले साल अप्रैल और सितंबर में हुए चुनाव अर्निणित रहा। ओपिनियल पोल में यह बताया जा रहा है कि दक्षिणपंथी नेतन्याहू और मध्यमार्गी बेनी गांत्ज के बीच काफी कड़ा मुकाबला है।
क्या है वेस्ट बैंक विवाद
फिलीस्तीन वेस्ट बैंक, पूर्वी येरुशलम और गाजा पट्टी को साथ मिलाकर एक देश बनाना चाहता है, लेकिन इजरायल वेस्ट बैंक, पूर्वी येरुशलम पर अपना दावा करता है। इजरायल अब चार लाख यहूदियों की बस्ती का विस्तार कर उसे अपने अधिकार में लेना चाहता है। वेस्ट बैंक की बात करें, तो इजरायल की ओर से यहां पर लाखों यहूदियों को बसाया जा चुका है, लेकिन इस हिस्से में करीब 25 लाख फिलीस्तीनी लोग रहते हैं।