यह एक खट्टा फल है। बड़े नींबू में मुफीद तत्व काफी तादाद में पाए जाते हैं जिनमें crict acid सबसे अहम है। बड़े नींबू के विभिन्न किस्मों में crict एसिड की मात्रा विभिन्न होती है। जो 3.71से 8.40 % तक होती है।crict एसिड और विटामिन सी की वजह से ही इस को दवाइयों में बहुत इस्तेमाल किया जाता है।
- Scurvy: सहक्रवी में नींबू की अहमियत बुनियादी तौर पर विटामिन सी की वजह से है। पूरे फल की कि बनिसबत जूस में ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है। 100 ग्राम में 60 मिलीग्राम के करीब विटामिन सी होता है। नींबू के जूस में काफी मुकदार में विटामिन बी भी होता है ।यह Scurvy को दूर करने और विटामिन सी की कमी को दूर करने वाला फल है। इस कैफियत में एक हिस्सा नींबू का रस, तीन हिस्से पानी, चीनी या शहद मिलाकर पीना अच्छे परिणाम देता है।
- गले की बीमारी: गले के की बीमारी, खराश, नजले वगैरह में बहुत फायदेमंद है।पके हुए एक नींबू को आहिस्ता-आहिस्ता गर्म किया जाए यहां तक के छिलका फट जाए। फिर इसका एक चाय का चम्मच जूस थोड़े से शहद के साथ हर घंटे के बाद लेना काफी फायदेमंद है। गर्म किए नींबू का जूस एक गिलास उबले हुए पानी में शामिल करके शहद या चीनी मिलाकर इसे छोटी छोटी चुस्कियों के साथ पीना चाहिए।
- मोटापा: नींबू का जूस काफी इस्तेमाल होता है मोटापे में। इलाज के दौरान मरीज को नींबू के जूस के सिवा कोई चीज नहीं दी जाए। अलबत्ता पहले दिन खूब पानी पीने के लिए दिया जाए। दूसरे दिन 3 बड़े नींबू के जूस उसी तादाद में पानी मिलाकर पिलाना चाहिए। रोजाना एक नींबू का इजाफा करते जाते हैं यहां तक कि रोजाना की तादाद 12 हो जाए फिर रोजाना एक नींबू की कमी करते जाते हैं यहां तक के पहले वाली मात्रा यानि 3 नींबू रोजाना पर आजाऐ ।पहले 2 दिनों में मरीज को भूूखा और निठाल महसूस करेगा लेकिन बाद में हालत खुद-ब-खुद बेहतर हो जाएंगी
- जुकाम :लंदन में 1931 में इनफुलवाइनजा की बीमारी फेेेली। तब इसका खात्मा डॉक्टरों ने नहीं बलके बड़े नींबू ने किया। किसी ने बहुत ठीक कहा है
- A lemon a day keep the cold away सदी जुकाम मे 2 नींबू का रस आधे लीटर पानी में डालकर उबालें और इसमें शहद शामिल करके रात को सोने से पहले पिए तो जुकाम ठीक हो जाता है।
- ब्लड प्रेशर : नींबू में विटामिन बी की अच्छी मात्रा होती है।। इसके 100 ग्राम में 1 .75 मिलीग्राम होती है ।यह नींबू के छिलके और रस दोनों में पाई जाती है ।यह विटामिन ब्लड प्रेशर में फायदेमंद है। शरीर से खून का रसना रुुक जीता है।हाई ब्लड प्रेशर और खून की नालियो के सुकड़ने की बिमारी में फायदेमंद है। नींबू का छिलका इस तरह फायदेमंद है। नींबू के छिलके शोरबे या सलाद में इस्तेमाल करके इसके फायदे हासिल किए जा सकते हैं। इसकी दवा बनाने के लिए एक या दो दाने के छिलके छोटे-छोटे टुकड़े करके गर्म पानी में 12 घंटे तक रखें फिर इसके शर्बत का एक चाय का चम्मच हर 3 घंटे के बाद या खाना खाने से पहले बाद में ले लिया जाए।