अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कोराना वायरस के संकट को देखते हुए राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। अमेरिकी सरकार ने इस संकट से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत 50 अरब अमेरिकी डॉलर का संघीय कोष भी जारी किया है। देर रात स्पेन ने भी राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात एक बजे एक प्रेस कांफ्रेंस में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की।
अमेरिका में दोनों दलों की ओर से आलोचना झेल रहे ट्रंप प्रशासन ने आपातकाल के तहत इस बीमारी से निपटने को कई कदमों की घोषणा की है और जांच की उपलब्धता सुनिश्चित की है। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह इस मामले में जांच सुविधाओं के लिए निजी क्षेत्र को भी शामिल करेगा।
US President Donald Trump: We had a great time in India, it was an incredible two days. He (PM Modi) is a great friend of mine, he is a friend of his people. I loved being with him, we talked about everything, far more than just borders. pic.twitter.com/tZxJeuKJwa
— ANI (@ANI) March 13, 2020
प्रशासन के अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस वायरस के संक्रमित होने की दर बहुत कम है, लेकिन इसे प्रशासन गंभीरता से ले रहा है और इससे निपटने के सभी संभव उपाय कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों को बंद किया जा रहा है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी की चिंता व्याप्त है। इसके कारण कार्यक्रमों को रद्द किया जा रहा है और अधिकांश सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। अमेरिकी स्कूल बंद हो गए हैं। लुइसियाना ने गर्मियों तक अपने राष्ट्रपतीय प्राइमरी यूनिट के गठन पर रोक लगा दी है। इसके अलावा जी-7 देशों के नेताओं ने इस संकट पर बैठक का आयोजन किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि ‘अब यूरोप महामारी का केंद्र बन गया है और यूरोपीय संघ के अधिकांश देशों ने इस पर कार्रवाई की है। इनमें स्कूलों को बंद करना, यात्रा प्रतिबंधों को लागू करना और अन्य आपातकालीन उपाय शामिल हैं।’ मियामी के मेयर फ्रांसिस सुआरेज़ ने कहा कि ब्राज़ीलियाई सरकार के एक सहयोगी के साथ फ्लोरिडा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उनकी जांच पॉजिटिव आई है। वाशिंगटन में अमेरिकी अटॉर्नी जनरल विलियम पी. बर के साथ मुलाकात के कुछ ही दिनों बाद एक शीर्ष ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी में जांच पॉजिटिव पाई गई है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोरोनावायरस कुछ सतहों पर दिनों तक संक्रामक रह सकता है। उन्होंने यह भी पता लगाया कि लक्षण विकसित होने से पहले कोरोनोवायरस लोगों द्वारा बहाया जा सकता है और कई हफ्तों तक शरीर में घूम सकता है।