पिछले शुक्रवार को शेयर बाजार को हमने ‘ब्लैक फ्राइडे’ से रोमांचक फ्राइडे बनते देखा। आज यानी सोमवार 16 मार्च को शेयर बाजार पर कोरोना का प्रभाव दिखा। घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स 1000 अंक टूटकर 33,103.24 के स्तर पर खुला तो वहीं निफ्टी 367 अंकों की गिरावट के साथ के 9,587.80 स्तर पर। प्री ओपनिंग में ही सेंसेक्स सुबह नौ बजकर 12 मिनट पर 1000 अंकों का गोता लगा चुका था। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1545 अंकों का गोता लगा चुका है और वह 32,557.64 के स्तर पर आ गया।
9:30 बजे: सेंसेक्स 32,146.59 के स्तर पर कारेाबार कर रहा है। यह अबतक 1956 अंक टूट चुका है। वहीं निफ्टी 9,432.45 के स्तर पर आ गया है। अब तक 522.75 अंकों के नुकसान के साथ कारोबार कर रहा है। निफ्टी 50 के 49 शेयर इस समय लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं सेंसेक्स का कोई भी स्टॉक हरे निशान पर नहीं है।
शीर्ष दस कंपनियों का पूंजीकरण 4.22 लाख करोड़ घटा
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 4,22,393.44 करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) रहीं। बीते सप्ताह शेयर बाजारों में कोरोना वायरस का कहर छाया रहा। दुनिया भर के शेयर बाजार इससे प्रभावित हुए। इसका असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी पड़ा। यहां भी घबराए निवेशकों ने जमकर बिकवाली की।
Sensex plunges 1609.52 points, at 32,493.96 https://t.co/Wiwmbwrnuc
— ANI (@ANI) March 16, 2020
सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 3,473.14 अंक या 9.24 प्रतिशत नीचे आया। सप्ताह के दौरान टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 1,16,549.07 करोड़ रुपये घटकर 6,78,168.49 करोड़ रुपये पर आ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 1,03,425.15 करोड़ रुपये घटकर 7,01,693.52 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह इन्फोसिस की बाजार हैसियत में भी बड़ी गिरावट आई।
इन्फोसिस का बाजार मूल्यांकन 41,315.98 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 2,73,505.62 करोड़ रुपये पर आ गया। सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि कोविड-19 से जिस प्रकार आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं उससे अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा है। इससे बाजार में निवेश धारणा कमजोर हुई है। घरेलू खपत के साथ नियार्त पर भी निश्चित रूप से इसका असर दिखेगा। दुनिया भर में पर्यटन और परिवहन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, बाजार में जो भारी गिरावट आई है, वहां से इसमें सुधार की उम्मीद है। हालांकि, आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, हमें कुछ तेजी भी देखने को मिल सकती है। हालांकि ये सब थोड़े समय के लिए होगा। वैश्विक उतार-चढ़ाव के इस दौर में खुदरा निवेशकों को शांत रहना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए।