- कोरोना वायरस से बचने की सावधानियां क्या है ?
कोरोना वायरस (Coronavirus disease – COVID-19)वहीँ अटैक करता है जहाँ रोग
प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हैं |
दोस्तों इससे डरने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानिया जरूरी हैं |
बचाव में ही बचाव है
रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं —-
आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हैं। आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो आपको
गिलोय के जूस का सेवन करना चाहिए जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो
जाएगी।
ये गिलोय एक प्रकार की बेल है जो 70 रोगों को जड़ से मिटाती है, ये आसानी से गाँव में
शहरों और कस्बों में मिल जाती है। यह इतनी अधिक गुणकारी होती है, कि इसका नाम
अमृता रखा गया है। आयुर्वेद में गिलोय को बुखार की एक महान औषधि के रूप में माना
गया है। गिलोय का रस पीने से शरीर में पाए जाने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ दूर
होने लगती हैं। गिलोय की पत्तियों में कैल्शियम, प्रोटीन तथा फास्फोरस पाए जाते है। यह
वात, कफ और पित्त नाशक होती है। यह हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढाने
में सहायता करती है। इसमें विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक तथा एंटीवायरल
तत्व पाए जाते है जिनसे शारीरिक स्वास्थ्य को लाभ पहुँचता है। यह गरीब के घर की
डॉक्टर है क्योंकि यह गाँवो में सहजता से मिल जाती है। गिलोय में प्राकृतिक रूप से शरीर
के दोषों को संतुलित करने की क्षमता पाई जाती है।
गिलोय एक बहुत ही महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जडीबूटी है। गिलोय बहुत शीघ्रता से फलने
फूलनेवाली बेल होती है। गिलोय की टहनियों को भी औषधि के रूप में इस्तेमाल किया
जाता है। गिलोय की बेल जीवन शक्ति से भरपूर होती है, क्योंकि इस बेल का यदि एक
छोटा-सा टुकडा भी जमीन में डाल दिया गया तो वहाँ पर एक नया पौधा बन जाता है।
गिलोय की रासायनिक संरचना का विश्लेषण करने पर यह पता
चला है कि इसमें गिलोइन नामक कड़वा ग्लूकोसाइड, वसा अल्कोहल ग्लिस्टेराल, बर्बेरिन
एल्केलाइड, अनेक प्रकार की वसा अम्ल एवं उड़नशील तेल पाये जाते हैं।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है –
गिलोय में हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाने केबहुत ही महत्वपूर्ण गुण पाए
जाते है। गिलोय में एंटीऑक्सीडंट के विभिन्न गुण पाए जाते हैं, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य
बना रहता है, तथा भिन्न प्रकार की खतरनाक बीमारियाँ दूर रखने में सहायता मिलती है।
गिलोय हमारे लीवर तथा किडनी में पाए जाने वाले रासायनिक विषैले पदार्थों को बाहर
निकालने का कार्य भी करता है। गिलोय हमारे शरीर में होनेवाली बीमारीयों के कीटाणुओं
से लड़कर लीवर तथा मूत्र संक्रमण जैसी समस्याओं से हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करता
है। बाजार में विभिन्न कम्पनियाँ जैसे बैद्यनाथ गिलोय सत्व, पतंजलि अमृता सत्व,
डाबर एवं श्री मोहता आदि के सत्व आसानी से मिल जाते है |
इसे आसानी से घर पर बनाया जा सकता है
अगर आप इसे घर पर बना कर उपयोग में लेते है तो यह अत्यंत बलवान औषधि साबित
होतीहै | क्योंकि इसे घर पर आसानी से निर्मित किया जा सकता है |
सबसे पहले अंगूठे जीतनी मोटी, ताज़ी एवं हरी गिलोय के कांड को बेल से काट लीजिये |
अब इसे अच्छी तरह पानी से धोकर इसके छोटे – छोटे टुकड़े करलें | इन टुकड़ों को
इमामदस्ते में डालकर अच्छी तरह कूट लें | अब इस कुटी हुई गिलोय को स्टील के बर्तन में
डालकर इसमें दो चाय वाले कप पानी मिला दें ,इसे उबलने के लिए रख दें एक कप रह
जाये तब पी लें | सही इलाज है |
तीन से चार चम्मच गिलोय का रस हर रोज सुबह सुबह सेवन करना चाहिए |
इस प्रकार से निर्माण करने पर आपको शुद्ध सत्व प्राप्त होता है जो बाजार में मिलने वाले
गिलोय सत से कहीं उत्तम क्वालिटी का होगा |
गिलोय का पौधा कैसा होता है ?
यह एक लता होती है इसके पत्ते पान की तरह होते हैं | गिलोय का पौधा दरअसल एक
झाडीदार लता यानि बेल होती है यह खेतों की मेंड़, घने जंगल, घर के बगीचे, मैदानों में
लगे पेड़ों के सहारे कहीं भी गिलोय की बेल प्राकृतिक रूप से अपना घर बना लेती है। इसकी
बेल की मोटाई एक अंगुली के बराबर होती है |
इसके पत्ते चिकने और पान की शक्ल के होते हैं । इसकी बेल पीले सफेद रंग की होती है।
और पुरानी होने पर मोटी होती जाती है यह कभी सूखती या नष्ट नहीं होती है तथा इसे
काट देने पर उसमें से फिर नई लता पैदा हो जाती है । यह पेड़ के सहारे ही चढ़ती है और
उसके ऊपर फ़ैल जाती है ।
गिलोय बेल की कुछ फोटो पहचान के लिए
इस बीमारी(Coronavirus disease) से बचने के लिए सबसे जरूरी क्या है
सबसे जरूरी है विटामिन सी वो कहाँ मिलेगा
एक और बात जिसका आपको ज्ञात होना चाहिए कि हमारा शरीर विटामिन सी खुद नहीं
बना सकता, इसलिए हमें अपने आहार में ऐसे चीज़ीं सम्मिलित करना आवश्यक हैं जिसमें
विटामिन सी मौजूद हों।
तो चलिए जानते हैं किन आहार से मिलता है आपको विटामिन सी —खट्टे आहार
खट्टे आहार जैसे नींबू, संतरा और आंवला आदि कुछ ऐसे आहार हैं, जिन में विटामिन सी
प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए इन्हें किसी न किसी रूप में आपको
अपने आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए।
अंगूर
बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं कि अंगूर में भी विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया
जाता है। वैसे इसमें विटामिन सी के अतिरिक्त फाइबर, विटामिन ई और के की प्रचुरता
होती है। अगर इसे भोजन में शामिल किया जाए तो यह टीबी, कैंसर और रक्त विकार में
काफी राहत पहुंचाता है।
पालक
पालक में आयरन तो प्रचुर मात्रा में होता है ही, साथ ही इसमें विटामिन सी भी मौजूद होता
है। वैसे इसमें आपको आयरन व विटामिन सी के अतिरिक्त विटामिन ए, फोलिक एसिड,
मैग्नीशियम और बीटा कैरोटिन आदि भी पाया जाता है। कैंसर, आर्थराइटिस और
ओस्टियोपोरोसिस के रोगियों को इसका सेवन करने की विशेष रूप से सलाह दी जाती है।
हरी मिर्च
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन हरी मिर्च में भी काफी मात्रा में विटामिन सी पाया
जाता है। महज 100 ग्राम हरी मिर्च से आपको करीबन 242 एमजी विटामिन सी प्राप्त
होता है। इतना ही नहीं, अगर आप एक हरी मिर्च का भी सेवन करते हैं तो इससे आपको
109 एमजी विटामिन सी प्राप्त होगा।
मुनक्का
पालक की तरह ही मुनक्के में भी विटामिन सी की काफी अधिकता होती है। मुनक्के का
सेवन न सिर्फ आपको पोषक तत्व प्रदान करता है, बल्कि यह मिनरल के अवशोषण में भी
मदद करता है। जिससे आपको मिलने वाला पोषण सही तरह से अवशोषित होकर आपको
लाभ पहुंचाता है।
पीली शिमला मिर्च
पीली शिमला मिर्च में विटामिन सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। अगर आप महज एक
बड़ी पीली शिमला मिर्च को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएंगे तो इससे आपको करीबन 341
एमजी विटामिन सी प्राप्त होगा।
कोरोना वायरस (Coronavirus disease – COVID-19)से बचने के लिए क्या ये उपाय हैं कारगर?
WHO ने दिया जवाब—
कोरोना वायरस तेजी से दुनिया भर में पैर पसार रहा है, जिससे स्थिति भयावह होती जा
रही है | इस संक्रमण से बचने के लिए लोग कई तरह के उपाय करे रहे हैं. हालांकि, इन
तमाम तरह के उपायों और भ्रांतियों पर विश्व स्वास्थ्य्य संगठन (WHO) ने विस्तार से
जानकारी दी है |
1. ठंड और बर्फ कोरोना को मार सकती है ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, इस पर यकीन करने का कोई कारण नहीं है कि ठंड
का मौसम नए कोरोना वायरस या अन्य बीमारियों को मार सकता है. कोरोना से खुद को
बचाने के लिए सबसे बेहतर तरीका अल्कोहल युक्त सैनीटाइजर या साबुन और पानी से
हाथ को साफ करते रहना है |
2. गर्म पानी से नहाने से होगी रोकथाम ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह भी खुलासा किया है कि गर्म पानी से नहाने से नए
कोरोना वायरस की रोकथाम नहीं की जा सकती है | कोरोना से बचाने के लिए सबसे
अच्छा तरीका अपने हाथों की सफाई करना है | ऐसा करने से आप अपने हाथों पर लगने
वाले संक्रमण को खत्म कर सकते हैं |
3. मच्छर के काटने से कोरोना फैलता है ?
इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस मच्छर काटने से हो सकता है | यह
श्वसन संबंधी वायरस है, जो मुख्यरूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से फैसला है
| इस संक्रमण से बचने के लिए हमेशा हाथ धोएं और खांसी व छींकने वाले किसी भी शख्स
के साथ निकट संपर्क से बचें | इसके अलावा लार के जरिए भी यह वायरस फैलता है |
4. हैंड ड्रायर्स से कोरोना मर जाता है ?
WHO के मुताबिक, नहीं नए कोरोना वायरस को मारने में हैंड ड्रायर्स कारगर नहीं है |
इससे बचाव के लिए हमेशा अपने हाथों को अल्कोहल युक्त हैंडवॉश से साफ करें या साबुन
पानी से हाथ धोते रहें, इससे बचने का सबसे कारगर तरीका यही है | हाथ धोने के बाद
टिश्यू पेपर या हैंड ड्रायर्स से हाथ साफ कर सकते हैं |
5. पराबैंगनी कीटाणुनाशक लैंप मार सकता है कोरोना ?
हाथ या शरीर के किसी भी हिस्से को कीटाणु रहित रखने के लिए पराबैंगनी कीटाणुनाशक
लैंप का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह त्वचा पर जलन पैदा कर सकता है |
6. संक्रमित की पहचान में थर्मल स्कैनर कितना प्रभावी ?
थर्मल स्कैनर तभी कोरोना से संक्रमित लोगों की पहचान कर सकता है, जब व्यक्ति को इस संक्रमण के कारण बुखार या उसके शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा हो. हालांकि, थर्मल स्कैनर कोरोना से संक्रमित उन लोगों की पहचान नहीं कर सकता, जिन्हें बुखार ना हो |
7. शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव
पूरे शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव करने से पहले से मौजूद वायरस को नहीं
मारा जा सकता है, जो आपके शरीर में पहले ही प्रवेश कर चुके हैं |
8. निमोनिया से बचाने वाली वैक्सीन प्रभावी ?
निमोनिया से बचाने के लिए इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाव नहीं
करती | ये वायरस बिल्कुल नया और अलग तरीके का है | इससे निपटने के लिए शोधकर्ता
वैक्सीन विकसित करने में जुटे हैं |
9. लहसुन खाना कोरोना को रोकने में मददगार ?
लहसुन एक स्वस्थ भोजन है जिसमें कुछ रोगाणुरोधी गुण हो सकते हैं | हालांकि,
फिलहाल ऐसी कोई शोध नहीं कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है |
10. बुजुर्ग या बच्चों पर करता है हमला ?
कोरोना वायरस से किसी उम्र के लोग प्रभावित हो सकते हैं | पहले से अस्थमा, डायबिटीज,
दिल की बीमारी आदि से जूझ रहे लोगों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है |
आपका दिन शुभ हो —और कोई सवाल हो तो टिप्पणी करें –धन्यवाद
किसी को भी गिलोय बेल की अधिक जानकारी चाहिए तो टिपण्णी करें
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
Idea TV News से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।