आईडिया टीवी न्यूज Exclusive:- ज्योतिषाचार्य अमित जैन जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन “ज्योतिष की रिसर्च” में खपा दिया है,आईडिया टीवी न्यूज से कोरोना महामारी व सम्पूर्ण राष्ट में उथलपुथल पर ग्रहों को लेकर चर्चा हुई इस मे अमित जी ने कहा कि…
ज्योतिष में नौ ग्रह बताए गए हैं,ये सभी नौ ग्रह 12 राशियों विचरण करते रहते हैं।नव ग्रहों का राजा सूर्य देव13 अप्रैल की रात8:23 बजे पर मीन राशि से निकलर मेष राशि में प्रवेश करेगा। इसी के साथ खरमास भी समाप्त हो जाएगा,ओर माँगलिक कार्य शुरू होंगे।मेष राशि चक्र की प्रथम राशि है इस समय सूर्य नक्षत्र समूह के प्रथम नक्षत्र अश्विनी में भी प्रवेश करता है।इस राशि मे सूर्य श्रेष्ठ एवं उच्च का होता है।ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार ग्रहों की स्थिति का हमारे जीवन पर सीधा असर होता है।इस परिवर्तन के साथ सुखद संकेत मिल रहे है।
पूर्व के कष्ट,महामारी, प्राकृतिक आपदाओ में कमी होगी।बाजार की स्थिति ठीक होने लगेंगी इस समय में विश्व भर में बड़े पैमाने पर वित्तीय संकट रहेगा।शेयर बाजारों में,सोना चाँदी, तेल में भारी उतार चढ़ाव बन सकता है।राजनेताओं में आपसी कलह ओर अप्शब्दो का प्रयोग ज्यादा होगा।सूर्य के अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करने से गर्मी बढ़ेगी आगामी 15 दिन तक तेज हवा ,तूफान ,ओर बारिश होने की समभावना है ।
ज्योतिष विज्ञान का मत है कि कोरोना वायरस के सक्रमण के पीछे ग्रहों की युति ओर में महामारी के जनक राहु और शनि का मकर राशि में होना इसकी बड़ी वजह माना जा रहा है।
राहत की खबर, बदलेंगी परिस्तिथियां
ऐसे में राहत देने वाली खबर ये है कि ग्रहों के शुभ योग बनने से जल्दी ही सभी कष्टों पर काबू पाया जा सकता है,। ज्योतिषाचार्य अमित जैन अनुसार14 अप्रैल को सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे।
शुक्र वृषभ पर मंगल और शनि मकर राशि ,25 से 27 तक चंद्रमा भी उच्च राशि पर होंगे इन ग्रहों की शुभता से विश्व की विपत्तियों पर अंकुश में सफलता मिल सकती है।इसके बाद 4 मई को मंगल के कुंभ राशि में प्रवेश से शनि और मंगल की युति टूटेगी। पाप ग्रहों की युति टूटने से भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
4 मई : मंगल कुंभ राशि मे प्रवेश करेगें, कोरोना होगा क्षीण
काेराेना महामारी के अंत की शुरुआत 14 अप्रैल सूर्य के उच्च राशि मे प्रवेश से कम होने लगेगी।सूर्य को चिकित्सा का प्रधान ग्रह माना है जो रोगों से मुक्ति देगा।सूर्य की अग्नि से सभी बीमारियों का नाश भी होता है क्योंकि यह नवग्रहों में सबसे ज्यादा तेजस्वी है ।कोरोना का प्रभाव 22 मार्च से चरम पर क्योंकि मंगल का शनि और गुरु से युति सम्बंध मकर राशि पर बना है।4 मई से कोरोना का प्रभाव क्षीण होने लगेगा।क्योंकि मंगल कुंभ राशि मे चले जाएंगे। कुछ प्रदेश में कोरोना का असर सितंबर तक रहेगा।
ये करें उपाय ,मिलेगी राहत
नित्य ताँबे के पात्र में जल में रोली मिलाकर सूर्य देव को अर्क दे।नित्य पीला तिलक लगाएं।अपने इष्ट मंत्र ,गुरु मंत्र का जप करें,सुबह पृथ्वी को प्रणाम करें।
आदित्य ह्रदय स्त्रोत ,हनुमान चालीसा,रुद्राष्टकम का पाठ करे।
सूर्य का राशि परिवर्तन कैसा रहने वाला है…
मेष साहस, धैर्य आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
वृषभ नौकरी और कार्य स्थल पर
परेशानी होना समभव है।
मिथुन प्रसिद्धि बढ़ेगी, धन की प्राप्ति कराएगा।
कर्क लाभ के अवसरों बढ़ेगे।नई साझेदारी से लाभ मिलेगा।
सिंह शासकीय कार्यों में कोई विशेष उपलब्धि हासिल हो सकती है।
कन्या आत्मविश्वास में कमी होगी। एक महीने संघर्ष करना पड़ेगा।
तुला संतान से लाभ होगा और नौकरी में तरक्की होगी।
वृश्चिक संघर्ष के साथ सफलता देरी से मिलेगी।
धनु किसी बड़े काम में सफलता मिल सकती है।
मकर धैर्य से काम करना होगा, वरना हानि हो सकती है।
कुंभ नौकरी में उन्नति मिलेगी। प्रसन्नता देने वाले समाचार प्राप्त होंगे।
मीन काम काज में मन नहीं लगेगा।खर्चों पर नियंत्रण रखें।
ब्रमांड में तीन प्रमुख का मिलन
हुआ है।देव गुरु ब्रस्पति व न्याय के देवता शनि ओर मंगल की युति होने वाली है। यह तिनो प्रमुख ग्रह की युति बड़े बदलाव की और संकेत दे रही है। ज्योतिषाचार्य अमित जैन ने बताया कि 30 मार्च को गुरु का मकर राशि मे प्रवेश होने से ये सयोंग बनेगा। 30 मार्च से लेकर 29 जून तक, 19 से लेकर 2 अप्रैल 2021 तक गुरु व शनि की युति मकर राशि में होगी। मकर राशि शनि की स्वयं की राशि है तो गुरु इस राशि में नीच का होकर बेहतर फल नहीं देता है प्राकृतिक आपदाओ, आर्थिक बाजार में रिकार्ड गिरावट का कारण बनेगा। यह स्थिति विश्व आर्थिक मंदी की वजह बन सकती है। इस ग्रह युति की अवधि में इस प्रकार की आर्थिक आपदायें भयंकर रुप में आने के संकेत मिल रहे है। इस समय में विश्व भर में बड़े पैमाने पर वित्तीय संकट, आर्थिक गिरावट और सेंसेक्स के रिकार्ड स्तर से गिरने के प्रबल योग बना रहा है। ऐसे में धन निवेश से बचना लाभकारी रहेगा। इससे पूर्व गुरु-शनि-मंगल का सयोंग 1345 में बना था,तब देश दुनिया मे कहि बदलाव आए।लेकिन हमने हर क्षेत्र पर विजय प्राप्त की है।
ज्योतिष विज्ञान का मत है कि
कोरोना वायरस के सक्रमण के पीछे ग्रहों की युति ओर में महामारी के जनक राहु और शनि का मकर राशि में होना इसकी बड़ी वजह माना जा रहा है।
ग्रहों के राजा करेंगे इलाज
ज्योतिष में नौ ग्रह बताए गए हैं।नव ग्रहों का राजा सूर्य देव13 अप्रैल की रात8:23 बजे पर मीन राशि से निकलर मेष राशि में प्रवेश करेंगे।उच्च राशि मेष में सूर्य होने से गर्मी बढ़ेगी आगामी 15 दिन तक तेज हवा ,तूफान ,ओर बारिश होने की समभावना है ।शुक्र वृषभ पर मंगल और शनि मकर राशि ,25 से 27 तक चंद्रमा भी उच्च राशि पर होंगे इन ग्रहों की शुभता से विश्व की विपत्तियों पर अंकुश में सफलता मिल सकती है।इसके बाद 4 मई को मंगल के कुंभ राशि में प्रवेश से शनि और मंगल की युति टूटेगी। पाप ग्रहों की युति टूटने से भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
4 मई : मंगल कुंभ राशि मे प्रवेश करेगें, कोरोना होगा क्षीण
ज्योतिषाचार्य अमित जैन ने ज्योतिष विज्ञान के अनुसार बताते है कि काेराेना महामारी के अंत की शुरुआत 14 अप्रैल सूर्य के उच्च राशि मे प्रवेश से कम होने लगेगी।सूर्य को चिकित्सा का प्रधान ग्रह माना है जो रोगों से मुक्ति देगा।सूर्य की अग्नि से सभी बीमारियों का नाश भी होता है क्योंकि यह नवग्रहों में सबसे ज्यादा तेजस्वी है ।कोरोना का प्रभाव 22 मार्च से चरम पर क्योंकि मंगल का शनि और गुरु से युति सम्बंध मकर राशि पर बना है।4 मई से कोरोना का प्रभाव क्षीण होने लगेगा।क्योंकि मंगल कुंभ राशि मे चले जाएंगे।ओर शनि से पिंड छुड़ाएगा और कुंभ राशि में जाएगा तब विश्व की नकारात्मकता में कमी आएगी और शुभ फलों में इज़ाफ़ा होगा। और मई के मध्य से परिस्थितियाँ बदल जायेंगी।सभी क्षेत्रों में राहत मिलेगी।कुछ प्रदेश में कोरोना का असर सितंबर तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य अमित जैन
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