महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत सभी 9 उम्मीदवार विधान परिषद सदस्य के तौर पर निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। चुनाव आयोग जल्द ही इस बारे में आधिकारिक ऐलान कर सकता है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने चुनाव आयोग के अधिकारी के हवाले से बताया कि उद्धव समेत सभी प्रत्याशियों को चुन लिया गया है। दरअसल, महाराष्ट्र में विधान परिषद की 9 सीटें खाली हुईं थी। इसमें नाम वापसी के बाद गुरुवार को मैदान में 9 प्रत्याशी ही थे। ऐसे में बिना चुनाव हुए ही सभी निर्वाचित हो गए। इससे पहले आयोग ने 21 मई को चुनाव की तारीख तय की थी।
Uttarakhand: The portals of Badrinath temple to open tomorrow. Total 27 people including the Chief Priest will be allowed at the temple when its portals will be opened. No devotee will be allowed at that time. pic.twitter.com/aX9AX7zM7Y
— ANI (@ANI) May 14, 2020
विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचन में कांग्रेस की अहम भूमिका रही है। क्योंकि, कांग्रेस ने पहले दो प्रत्याशी उतारने की बात कही थी। हालांकि, बाद में कांग्रेस ने एक ही प्रत्याशी मैदान में उतारा। ऐसे में चुनाव की जरूरत नहीं पड़ी। विधान परिषद की 9 सीटों के लिए कांग्रेस ने 1, भाजपा ने 4, राकांपा ने 2, शिवसेना ने 2 प्रत्याशी उतारे थे।
आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणाएँ विशेष रूप से हमारे किसानों और प्रवासी श्रमिकों को लाभ पहुंचाएंगी। घोषणाओं में प्रगतिशील उपायों की एक श्रृंखला शामिल है जिससे खाद्य सुरक्षा और किसानों के साथ-साथ स्ट्रीट विक्रेताओं को भी क्रेडिट मिलेगा: PM मोदी(फाइल फोटो) pic.twitter.com/ZidRZfq3l3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2020
शिवसेना की तरफ से सीएम उद्धव ठाकरे भी विधान परिषद चुनाव मैदान में थे। वह भी चुने गए हैं। इससे पहले बुधवार को 4 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया था। वहीं, एक निर्दलीय उम्मीदवार शहबाज राठौर का नामांकन रद्द हो गया था। इसके बाद मैदान में सिर्फ 9 उम्मीदवार ही बचे थे।
इन 9 लोगों का हुआ निर्वाचन
भाजपा: रमेश कराड, गोपीचंद पडलकर, प्रवीण दटके और रणजीत सिंह मोहिते पाटिल।
राकांपा : शशिकांत शिंदे और अमोल मिटकरी।
शिवसेना : मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और नीलम गोर्हे।
कांग्रेस : राजेश राठौर।
Delhi: Union Commerce and Industry minister Piyush Goyal attends a video conference meeting of commerce ministers of G-20 countries pic.twitter.com/Cdk5Gav9LY
— ANI (@ANI) May 14, 2020
खत्म हुई चुनाव की जरूरत
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस वजह से उन्हें विधानसभा या विधान परिषद दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य चुना जाना जरूरी हो गया था। क्योंकि, 6 महीने की समय सीमा खत्म होने वाली थी। बता दें कि चुनाव के मैदान से अपना नाम वापस लेने की समय सीमा 14 मई तक ही थी। यही वजह है कि आज अतिरिक्त उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए जिस वजह से चुनाव की जरूरत भी खत्म हो गई।
यह सीटें खाली हुई:
भाजपा | 03 |
राकांपा | 03 |
कांग्रेस | 02 |
शिवसेना | 01 |
कुल | 09 |
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
Idea TV News:- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।