WHO की अहम बैठक, कोविड-19 से निपटने पर चर्चा

रविवार को दुनिया भर में संक्रमण (Coronavirus) के 82,200 से ज्यादा नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 48,10,000 से भी ज्यादा हो गए हैं. बीते 24 घंटे में इस संक्रमण (Covid-19) से 3617 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद कुल मौतों की संख्या बढ़कर अब 3,16,500 से भी ज्यादा हो गयी है.

नई दिल्ली. यूरोप (Europe) की तरह ही अमेरिका (US) में संक्रमण का कहर अब थमता नज़र आ रहा है हालांकि भारत (India), ब्राजील (Brazil) और रूस (Russia) इसके सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. रविवार को दुनिया भर में संक्रमण (Coronavirus) के 82,200 से ज्यादा नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 48,10,000 से भी ज्यादा हो गए हैं. बीते 24 घंटे में इस संक्रमण (Covid-19) से 3617 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद कुल मौतों की संख्या बढ़कर अब 3,16,500 से भी ज्यादा हो गयी है. सऊदी अरब (Saudi Arabia), ईरान (Iran), मेक्सिको और तुर्की में भी रोज़ हजारों की संख्या में संक्रमण के नए केस सामने आ रहे हैं.

#चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 नए मामले
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए हैं स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इनमें से 14 मामले वुहान में हैं जिनमें मरीजों में संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे हैं. सबसे पहले वुहान से ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने शुरू हुए थे. अब यहां 1.1 करोड़ नागरिकों की कोरोना वायरस जांच की जा रही है. हालांकि चीन में इस संक्रमण से मौत का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है और मृतक संख्या 4,634 ही बनी हुई है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के सात नए मामलों की पुष्टि की है. वहीं 18 ऐसे लोग हैं जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं. जिलिन प्रांत में कुछ स्थानों पर संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए पिछले कुछ दिनों में कड़े कदम उठाए हैं. रविवार को यहां संक्रमण के दो तथा शंघाई शहर में एक नया मामला सामने आया है.

#आज WHO की अहम बैठक, कोविड-19 से निपटने पर चर्चा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लिए फ़ैसले लेने वाली वर्ल्ड हेल्थ एजेंसी की आज एक अहम बैठक होने वाली है. जिनेवा में होने वाली इस बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सभी सदस्य देश शिरकत करते हैं. माना जा रहा है कि आज होने वाली इस बैठक में कोरोना वायरस पर चर्चा होने वाली है. लेकिन बैठक से पहले ही इस पर राजनीति शुरु हो गई है. समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार इस बार ताइवान के एजेंसी में ऑबज़र्वर के तौर पर भूमिका निभाने पर चर्चा हो सकती है. कोरोना महामारी से लड़ने में ताइवान काफी हद तक सफल हुआ है. हालांकि एक देश के तौर पर ताइवान संगठन का सदस्य नहीं है. चीन ताइवान को अपना ही एक प्रांत मानता है. दुनिया के करीब 15 देशों में संगठन के चिट्ठी लिख कर ताइवान को चर्चा के एजेंडे में शामिल करने की गुज़ारिश की थी. हालांकि बैठक में ताइवान को आमंत्रित नहीं किया गया है.

#अमेरिका
अमेरिका में संक्रमण के मामलों में रोज़ कमी आने लगी है. रविवार को यहां संक्रमण के 19,800 नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 15,27,600 से भी ज्यादा हो गए हैं. बीते 24 घंटे में यहां संक्रमण से 865 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद कुल मौतें बढ़कर अब 90,970 से भी ज्यादा हो गयी हैं.

#रूस
संक्रमण के केसों की संख्या के मामले में अब रूस दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश बन गया है. रविवार को यहां संक्रमण के 9,709 नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 2,81,700 से भी ज्यादा हो गए हैं. यहां रविवार को संक्रमण से 94 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद कुल मौतों की स्नाख्या बढ़कर अब 2631 हो गयी है.

#बीजिंग ने कहा कि बाहर निकलने पर मास्क पहनना ज़रूरी नहीं
कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए महीनों तक मास्क पहनने को मजबूर बीजिंग के लोग अब बाहर निकलने पर खुली हवा में बिना मास्क के सांस ले सकेंगे क्योंकि यहां बाहर निकलने पर इसे पहनने की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है. कोविड-19 के दुनियाभर में प्रकोप के बीच बीजिंग चीन का और शायद दुनिया का ऐसा कदम उठाने वाला पहला शहर है. इससे संकेत मिलते हैं कि चीन की राजधानी में कोरोना वायरस संबंधी हालात काबू में हैं.‘चाइना डेली’ की खबर के मुताबिक ‘बीजिंग सेंटर फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल’ ने इस बारे में नए दिशा-निर्देशों की घोषणा की है. केन्द्र ने कहा है कि लोगों को बाहर निकलने पर मास्क पहनने की जरूरत नहीं है लेकिन अब भी उन्हें नजदीकी संपर्क से बचकर रहना चाहिए. संसद सत्र कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए स्थगित किया गया था लेकिन अब देश में संक्रमण के मामलों में आ रही कमी को देखते हुए इसका 22 मई को आयोजन किया जा सकता है.

#पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले 40,000 के पार
पाकिस्तान में रविवार को कोरोना वायरस से 1,352 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद मुल्क में कोविड-19 के मामलों की संख्या 40,000 के पार चली गई. वहीं, करीब 40 और मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा भी 873 पहुंच गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि 40,151 मामलों में से सबसे ज्यादा, सिंध में 15,590 मामले हैं. इसके बाद, पंजाब में 14,584, खैबर-पख्तूनख्वा में 5,847, बलूचिस्तान में 2,544, इस्लामाबाद में 947, गिलगित-बाल्तिस्तान में 527 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 112 मामले हैं. उसने कहा कि पिछले 24 घंटे में 39 लोगों की मौत हुई है जिसके बाद मृतकों की संख्या 873 हो गई है जबकि 11,341 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं. उसने कहा कि अबतक 373,410 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से बीते 24 घंटे में 14,175 नमूनों का परीक्षण किया गया है. संक्रमणों की संख्या में वृद्धि के बावजूद, पाकिस्तान सरकार ने लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील दी है और देश में अधिकांश दुकानें आदि खुल गई हैं. सूचना मंत्री शिबली फराज के मुताबिक, संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही पर रोक के लिए चुनिंदा लॉकडाउन नीति को अपनाया गया है.

#लंदन के के मेयर ने कहा- कोरोना के असर की जांच व्यापक हो
ब्रिटेन की राजधानी लंदन के महापौर सादिक खान ने रविवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से अश्वेत, एशियाई और अल्पसंख्यक जातीय समूहों पर कोविड-19 के पड़े असंगत असर की निष्पक्ष जांच के लिए आयोग गठित करने की मांग की. इंस्टिट्यूट ऑफ फिस्कल स्टडीज (आईएफएस) और राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) द्वारा हाल के हफ्तों में जारी आंकडों से इन समुदायों पर पड़ा कोरोना वायरस का विषम असर स्पष्ट हो गया है. इस महीने ओएनएस की ओर से जारी आंकड़ों में रेखांकित हुआ कि श्वेत पुरुषों और महिलाओं के मुकाबले अश्वेत पुरुषों और महिलाओं के कोरोना वायरस से मरने की आशंका दोगुनी है. दक्षिण एशियाई समुदायों को भी श्वेतों के मुकाबले कोविड-19 का खतरा अधिक है. खान ने कहा, ‘यह स्तब्ध करने वाला है कि विभिन्न जातीय समूह के लंदनवासियों पर कोविड-19 का असर इतना विषम है. यह हमारे समाज में असमानता को दिखाता है जिसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.’ उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन सरकार ने पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) के नेतृत्व में इस अंतर के कारणों की समीक्षा की पहल की है लेकिन विपक्षी लेबर पार्टी के महापौर ने विस्तृत जांच की मांग की है.

#दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संक्रमण के 13 नए मामले आए सामने
दक्षिण कोरिया में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 13 नए मामले सामने आए हैं. कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने रविवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 11,050 हो गई हैं, जिनमें से 262 लोगों की मौत हो चुकी हैं. उसने बताया कि संक्रमित हुए 9,888 लोग स्वस्थ हो गए हैं और 17,660 लोगों की यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि वे संक्रमित हैं या नहीं. नए मामलों की संख्या कई सप्ताह तक कम रहने के बाद दक्षिण कोरिया में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के रोजाना करीब 30 मामले सामने आ रहे थे. इनमें से अधिकतर मामले सियोल के इताएवोन में नाइटक्लबों से जुड़े थे, लेकिन शनिवार को 19 मामले ही दर्ज किए गए. रोग नियंत्रण एजेंसी ने अभी यह नहीं बताया है कि पिछले 24 घंटे में सामने आए 13 नए मामलों का संबंध भी इन नाइटक्लबों से है या नहीं.

#चीन ने खतरे की जानकारी होने के बावजूद लोगों को यात्रा की अनुमति दी: पोम्पियो
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि चीन की सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का गंभीर खतरा होने की जानकारी के बावजूद अपने लोगों को देश से बाहर यात्रा करने की अनुमति दी. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन को दंडित करने से जुड़ी भविष्य की रणनीति पर फैसला करेंगे. ट्रंप ने एक दिन पहले ही कहा था कि वह अपने चीनी समकक्ष से अभी बात नहीं करना चाहते हैं. इसके बाद ही पोम्पियो का यह बयान आया है. उल्लेखनीय है कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से 88,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और वह इस विश्वव्यापी महामारी के चीन को जिम्मेदार मानता है.

#सिंगापुर में कोविड-19 के 682 नए मामले
सिंगापुर में रविवार को कोविड-19 के 682 नए मामले सामने आए और इनमें से अधिकतर वो विदेशी कामगार हैं, जो डॉर्मिटरी में रह रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इससे देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 28,038 पहुंच गई है. मंत्रालय ने कहा कि 67 वर्षीय एक सिंगापुरी व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गई. वह कई अन्य बीमारियों से भी जूझ रहा था। इसे मिलाकर देश में इस महामारी से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि 682 नए मामलों में से अधिकतर कार्य परमिट धारी हैं जो विदेशी कामगारों के डॉर्मिटरी में रह रहे हैं. इनमें से चार सिंगापुर के हैं या स्थायी निवासी हैं. चैनल न्यूज एशिया की एक खबर के मुताबिक सामुदायिक मामलों की संख्या घटकर इकाई में पहुंचने के बाद अधिकारी “सर्किट ब्रेकर” की बंदिशों में कुछ ढील दे रहे हैं जिनमें कारोबार को और खोलना आदि शामिल हैं. इसमें कहा गया कि सिंगापुर में कोरोना वायरस संबंधी अधिकतर मौत में मरने वाले बुजुर्ग थे. इस महामारी से मरने वाली सबसे कम उम्र की मरीज 58 वर्षीय एक महिला थी जिसे मृत्यु से पूर्व वायरस मुक्त घोषित किया गया था.

#नेपाल में कोविड-19 से दूसरी मौत
नेपाल में कोविड-19 संक्रमण से एक और मरीज की रविवार को मौत हो गयी, यह इस महामारी से देश में दूसरी मौत है. 12 मई को भारत से लौटने के बाद 25 वर्षीय व्यक्ति एक पृथक-वास केंद्र में रह रहा था. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता विकास देवकोटा ने संवाददाताओं को बताया कि शनिवार की रात से बुखार और डायरिया से पीड़ित व्यक्ति की रविवार सुबह बांके के नारायणपुर में स्थित पृथक-वास केंद्र में मौत हो गई. देवकोटा ने बताया, ‘जांच को लिये गए नमूने में व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है.’ स्वास्थ्य मंत्रालय के उप प्रवक्ता डॉ. समीर अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी नेपाल के बांके जिले के नारायणपुर नगरपालिका का रहने वाला व्यक्ति 12 मई को भारत से नेपाल लौटने के बाद पृथक-वास केंद्र में रह रहा था. नेपाल में शनिवार को कोविड-19 से पहली मौत हुई, जब 29 साल की एक महिला की सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो गई थी. नेपाल में शनिवार तक 292 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने की पुष्टि हुई है. 254 लोगों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 36 लोग ठीक हो चुके हैं. संक्रमण से अब तक दो लोगों की मौत हुई है.

#ओबामा ने कोविड-19 से निपटने को लेकर ट्रंप प्रशासन की आलोचना की
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक हफ्ते में दूसरी बार अपने उत्तराधिकारी डोनाल्ड ट्रम्प की कोरोना वायरस के संकट से निपटने के तरीके की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह महामारी दिखाती है कि कई अधिकारी ‘प्रभारी होने का दिखावा भी नहीं कर रहे हैं.’ ओबामा ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के तरीके की आलोचना ट्रंपका नाम लिए बिना की. इससे एक हफ्ते पहले ही ओबामा ने निजी तौर पर प्रशासन की आलोचना की थी. उल्लेखनीय है कि अमेरिका में कोरोना वायरस से अबतक करीब 88 हजार लोगों की मौत हो चुकी है, जो दुनिया के किसी एक देश में कोविड-19 से हुई मौतों के मामले में सबसे अधिक है. अमेरिका में ही सबसे अधिक 14.6 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज हैं. ओबामा ने ऐतिहासिक रूप से अश्वेतों के रहे दर्जनों महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के स्नातकों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 ने देश के नेतृत्व की असफलता को सबके सामने रख दिया. उन्होंने कहा, ‘इस महामारी ने इस बात से पूरी तरह से पर्दा हटा दिया है कि कई प्रभारी अधिकारी जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं. उनमें से कई प्रभारी होने का दिखावा तक नहीं कर रहे हैं.’

#एक चर्च से कोरोना फैलने की आशंका
मदर्स डे के मौके पर एक गिरजाघर में प्रार्थना सभा में शामिल हुआ एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है जिसके बाद धार्मिक सभा में मौजूद 180 से अधिक सदस्यों के संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है. बुट्टे काउंटी के जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उत्तरी सेक्रामेंटो के काउंटी स्थित इस गिरजाघर ने किसी भी तरह की सभा के आयोजन को प्रतिबंधित करने वाले नियम प्रभावी होने के बावजूद प्रार्थना सभा आयोजित की. बयान में कहा गया, ‘जल्दबाजी में संस्थानों को दोबारा खोले जाने की प्रक्रिया काफी नुकसानदेह हो सकती है और इस कारण से हमें अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.’ वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों को तीन हफ्ते तक बुखार और खांसी हो सकती है.

#ब्रिटेन में लाखों पाउंड के टीका केंद्र की योजना की घोषणा की
ब्रिटेन में भारतीय मूल के मंत्री आलोक शर्मा ने एक नए टीका उत्पादन केंद्र के निर्माण में तेजी के लिये नौ करोड़ 30 लाख पाउंड के निवेश की रविवार को घोषणा की. यह कदम कोरोना वायरस महामारी से लड़ने की व्यापक योजना का हिस्सा है. ब्रिटेन के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति मंत्री ने कहा कि निर्माण पूरा होने के बाद इस नए टीका उत्पादन एवं नवोन्मेष केंद्र (वीएमआईसी) में छह महीने के अंदर पूरी ब्रिटिश आबादी के लिये पर्याप्त टीकों के उत्पादन की क्षमता होगी. उन्होंने कहा कि इस रकम का निवेश यह सुनिश्चित करेगा कि यह केंद्र तय समय से करीब 12 महीने पहले अगले वर्ष की पहली छमाही में खुल जाए. इसके अलावा तीन करोड़ 80 लाख पाउंड का सरकारी निवेश एक त्वरित तैनाती केंद्र की स्थापना के लिए किया जाएगा, जो आने वाले महीनों में तैयार होगी. शर्मा ने कहा, ‘टीके की खोज के लिए अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ में सबसे बड़े योगदानकर्ता के रूप में ब्रिटेन वैश्विक कार्रवाई का नेतृत्व कर रहा है. एक बार जब सफलता मिल जाएगी तो हमें लाखों की संख्या में इन टीकों के उत्पादन के लिये तैयार रहना होगा.’

#स्पेन में दो महीनों में पहली बार कोरोना से एक दिन सबसे कम हुईं मौतें
स्पेन में कोरोना वायरस से निपटने के लिए आपातकाल की घोषणा के बाद से पहली बार एक दिन में इस महामारी से मृतकों की संख्या 100 से कम रही. स्पेन के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस वायरस से 87 और लोगों की मौत हुई है जो 16 मार्च के बाद एक दिन में मौतों की सबसे कम संख्या है. स्पेन में इस महामारी के चरम पर होने पर एक दिन में 900 से अधिक लोगों की मौत भी हुई है. देश में इस वायरस से 27,650 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,77,719 लोग संक्रमित हुए है.

#कोविड-19 : मालदीव से करीब 1,500 भारतीयों को निकाला गया
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा पाबंदियों के कारण मालदीव में फंसे करीब 1,500 भारतीय नागरिकों को निकाला गया है जिनमें गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत नौसेना के जहाजों से फंसे हुए भारतीयों को निकाला गया. भारत सरकार ने कोरोना वायरस से संबंधित पाबंदियों के कारण विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए सात मई को यह अभियान शुरू किया था. अभियान के पहले चरण के तहत सरकार ने खाड़ी क्षेत्र और अमेरिका, ब्रिटेन, फिलीपीन, बांग्लादेश, मलेशिया और मालदीव जैसे देशों से कुल 6,527 भारतीयों को निकाला. उच्चायोग ने यहां एक ट्वीट में कहा, ‘यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि 22 राज्यों के 1488 भारतीयों को मालदीव से निकाला गया है जिनमें 205 महिलाएं, 133 गर्भवती महिलाएं/चिकित्सा मामले और 38 बच्चे शामिल हैं.आने वाले सप्ताहों में हवाई मार्ग से विभिन्न शहरों तक और जहाजों से तमिलनाडु तक लोगों को पहुंचाने की प्रक्रिया जारी रहेगी.’

#चीन ने बीमा में बीमारी के बाद के प्रभावों को जोड़ा
चीन के स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कोविड-19 रोगियों के लिए चिकित्सा बीमा कवर का विस्तार करते हुए उसमें बीमारी के बाद विभिन्न अंगों पर पड़ने वाले प्रभावों को भी शामिल किया है. कोविड-19 से ठीक हुए रोगी अपनी इन समस्याओं के लिए सरकारी चिकित्सा बीमा कवर के अंतर्गत इलाज करा सकें. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने कोविड-19 से ठीक हुए लोगों को लेकर जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा कि ठीक हुए कुछ मरीजों को फेफड़ों और हृदय को हुए नुकसान के लिए उपचार की आवश्यकता होगी, साथ ही मांसपेशियों के नुकसान से जिन्हें चलने में, काम करने में समस्या हो रही है या जिनमें मनोवैज्ञानिक विकार की समस्याएं आ गई है, उन सभी को इलाज की आवश्यकता होगी.

स्वास्थ्य कर्मचारियों को रोगियों की संभावित दीर्घकालिक उपचार आवश्यकताओं के बारे में सूचित करने के अलावा, अधिकारियों ने इन समस्याओं को भी पुरानी बीमारियों के रूप में वर्गीकृत किया है, जिससे कि निवासी सरकारी चिकित्सा बीमा योजनाओं के तहत चिकित्सा खर्च उपलब्ध कराने के लिए दावा कर सकें. हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने एनएचसी के दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए कहा, ‘कोविड-19 के इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के साथ, राहत व पुनर्वास कार्यों की जरूरतें महत्त्वपूर्ण हो गई हैं.’

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