दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि सरकार की इकोनॉमी हो या देश की इकॉनमी हो लोगों के पास पैसा होना .
नई दिल्ली: पूरा देश कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण से जूझ रहा है. इस घातक वायरस को रोकने के लिए लागू लॉक डाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर काफी ज्यादा असर पड़ा है. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का कहना है कि सरकार की इकोनॉमी हो या देश की इकॉनमी हो लोगों के पास पैसा होना चाहिये. उन्होंने कहा कि अब लोग मार्किट में हैं या आफिस में बैठे हैं, अब लोगों के पास पैसा आयेगा तो पैसा सर्कुलेट होगा. हम चाहते हैं कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटे, इसलिए मार्किट खोला गया है.
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— Manish Sisodia (@msisodia) May 21, 2020
मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि लोग समझ रहे हैं और मास्क लगा कर मार्किट में आ रहे हैं. बस में ज्यादा सवारी चढ़ती है तो बस ना चलाने का निर्देश है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 4 लाख लोगों ने लॉक डाउन में बाज़ार खुलने से पहले अप्लाई किया था, लेकिन अब सब के सब ट्रैन में नहीं आये यानी जैसे जैसे मार्किट खुलेगा लोग वापस नहीं जाना चाहेंगे, ये अच्छा संकेत है. उन्होंने कहा कि जो जाना चाह रहे हैं, उनके लिए व्यवस्था की जा रही है.
मनीष सिसोदिया का कहना है कि कंटेंमेंट जोन पर फोकस इसलिये है, क्योंकि वो इलाके सेंसटिव हैं और केंद्र की गाइडलाइन के हिसाब से दिल्ली छोटी है. मौत के आंकड़े छुपाने के आरोपों को मनीष सिसोदिया ने बकवास बताया. उन्होंने कहा कि ये विपक्ष की अपनी गन्दी राजनीति है, इसमें कोई दम नहीं है.
गौरतलब है कि दिल्ली में करीब दो महीने बाद, सार्वजनिक परिवन सेवा मंगलवार को बहाल हो गई. सड़कों पर ऑटो और टैक्सियों के अलावा 2,000 बसें चली, लेकिन इनमें सीमित संख्या में सवारियों ने यात्रा की. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि सार्वजनिक परिवहन को बहाल करने के संबंध में विभाग सभी जरूरी सावधानी बरत रहा है.
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