तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना साद के 5 करीबियों पर शिकंजा कस गया है. इन पांचों के पासपोर्ट क्राइम ब्रांच ने जब्त कर लिए हैं. ये पांचों नामजद आरोपी हैं और मौलाना साद के करीबी बताए जा रहे हैं.
नई दिल्ली: तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना साद (Maulana Saad) के 5 करीबियों पर शिकंजा कस गया है. इन पांचों के पासपोर्ट क्राइम ब्रांच ने जब्त कर लिए हैं. ये पांचों नामजद आरोपी हैं और मौलाना साद के करीबी बताए जा रहे हैं. जब तक मामले की जांच चल रही है, तब तक इनमें से कोई भी आरोपी देश के बाहर नहीं जाएगा. क्राइम ब्रांच के अनुसार, मरकज़ से जुड़ा कोई भी फैसला हो, मौलाना साद इनको उसमें जरूर शामिल करता था.
ससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मौलाना साद (Maulana Saad) के बेहद करीबी मुरसलीन नाम के शख्स से पूछताछ की थी, जो विदेशी जमातियों के संपर्क में रहता था और मरकज़ में आने वाले डोनेशन की पूरी जानकारी रखता है. मरकज़ से जुड़े कई खातों के हिसाब-किताब भी इसी के पास है. वह कई बार विदेश यात्राएं भी कर चुका है.
दो दिन पहले तब्लीगी मरकज से चौंकाने वाली खबर आई थी. दरअसल, जयपुर निवासी पीयूष सिंह 20 मार्च को लापता हो गया था और हाल ही में उसे दिल्ली के तब्लीगी मरकज (Nizamuddin Markaz) में पाया गया. तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) की सूची में उसका नाम मोहम्मद अली के नाम से पंजीकृत था. उसके परिवार वालों खासकर पिता की शिकायत के आधार पर मामला बेहद संगीन औऱ संदिग्ध बन गया है.
पिता का कहना है कि साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) का कोर्स किया उनका बेटा पिछले कुछ दिनों से अजीब-ओ-गरीब व्यवहार करने लगा था. उसने घर पर नमाज पढ़नी शुरू कर दी थी और इस्लाम (Islam) की बातें करता था. पीयूष के घर से गायब होने पर जब उन्हें पता चला कि वह दिल्ली की मरकज में नाम बदलकर रह रहा है, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. उसके बाद पुलिस की मदद से उसे घर लाया गया.
फिलहाल पीयूष कुछ बात नहीं कर रहा है. उसके जवाब देने के बाद ही पता चलेगा कि वह पीयूष से मोहम्मद अली क्यों बना और मरकज में क्या करने गया था औऱ किसके कहने पर?