मुंबई. महेंद्र सिंह धोनी के किरदार को पर्दे पर हू-ब-हू उतारने वाले एक्टर सुशांत सिंह राजपूत नहीं रहे। उन्होंने रविवार को मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में फांसी लगा ली। 34 साल के इस एक्टर की खुदकुशी से बॉलीवुड ही नहीं, पूरा देश हैरान है। अभी तक मौत की वजह सामने नहीं आई है। लेकिन, यह पता चला है कि सुशांत डिप्रेशन में थे। महज एक हफ्ता पहले सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सलियन ने भी मुंबई की एक इमारत से कूदकर खुदकुशी कर ली थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशांत के निधन पर पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि एक युवा और होनहार अभिनेता बहुत जल्द दुनिया से चला गया।
सुशांत ने आखिरी बार दोस्त को कॉल किया था
सुशांत की बॉडी को सबसे पहले उनके नौकर ने पंखे से लटकते देखा था। फिर पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। ऐसा बताया जा रहा है कि नौकर ने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की थी। जब दरवाजा नहीं टूटा तो एक्टर के मैनेजर ने चाबी वाले को बुलाया। फिर जाकर दरवाजा खुला। पुलिस ने चाबी वाले के बयान को दर्ज किया है। सुशांत ने आखिरी बार अपने दोस्त को कॉल किया था। वह कौन था और कॉल करने का वक्त क्या था। पुलिस ने इसकी भी जानकारी नहीं दी है।
सूत्रों का कहना है कि सुशांत पिछले छह महीने से डिप्रेशन में थे और दवाइयां ले रहे थे। जिस समय उन्होंने आत्महत्या की, उनके दोस्त घर में उनके साथ थे। पुलिस इनसे पूछताछ कर सकती है। उनकी बॉडी को कूपर हॉस्पिटल ले जाया गया है। तीन डॉक्टरों की टीम उनका पोस्टमॉर्टम करेगी।
3 जून को लिखी थी आखिरी पोस्ट, मां को याद किया था
सुशांत ने अपनी आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट 3 जून को की थी। इस इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने मां को याद करते हुए लिखा था कि जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं है। हालांकि, सोशल मीडिया पर इस तरह की निराशाभरी पोस्ट करने वाले सुशांत ने 2019 में आई फिल्म छिछोरे में बेहद मजबूत किरदार निभाया था। फिल्म में वह एक ऐसे पिता बने थे, जो खुदकुशी की कोशिश करने वाले अपने बेटे को डिप्रेशन से उबारने के लिए खुद और दोस्तों की नाकामी की कहानियां सुनाता है।
50 सपनों की विशलिस्ट बनाई थी
सुशांत का जन्म पटना में हुआ था। 2000 के शुरुआत में उनका परिवार दिल्ली में बस गया था। उनकी 4 बहनें हैं। उनमें से एक मीतू राज्य स्तर की क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सुशांत ने जो कदम उठाया, वे इसके ठीक उलट थे। उन्होंने अपने 50 सपनों और इच्छाओं की एक विशलिस्ट कुछ समय पहले जारी की थी। जैसे- एक दिन सीईआरएन जाना। द यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च इसे सीईआरएन के नाम से जाना जाता है। यहां गॉड पॉर्टिकल से संबंधित लार्ज हेड्रोन कोलाइडर का परीक्षण चल रहा है। सुशांत पढ़ाई में भी अव्वल थे। उन्होंने 2003 में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंट्रेस एग्जामिनेशन में 7वीं रैंक बनाई थी।
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