इससे पहले अपने एक बयान में पोम्पियो (Mike Pompeo) ने प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि दुनिया भर की टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों (Telecommunication Companies) को खुद को मिले नोटिस पर विचार करना चाहिए.
इन दिनों चीन (China) की भारत (India) के साथ ही नहीं बल्कि अमेरिका (America) के साथ तनातनी चल रही है. पिछले काफी दिनों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उनका प्रशासन (Trump Administration) हांगकांग (Hong Kong), कोरोनावायरस (Coronavirus) और भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर चीन पर हमलावर है.
इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) ने कहा है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) न केवल हांगकांग में स्वतंत्रता को कुचल रही है और एक मुक्त ताइवान को धमकी दे रही है, बल्कि ग्लोबल कम्युनिकेशन नेटवर्क पर भी हावी होने की कोशिश कर रही है.
A few weeks back, I read a report about Chinese Communist Party forcing mass abortions & sterilization on Chinese Muslims in Western China. These are some of the most gross human rights violations we have seen & I have referred to it as stain of the century: US Secretary of State https://t.co/iblVhSn6kw
— ANI (@ANI) July 17, 2020
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का चीनी मुसलमानों पर अत्याचार
शुक्रवार को लोवा क्षेत्र का दौरा करने के दौरान माइक पोम्पियो ने कहा, “आज, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी हांगकांग में स्वतंत्रता को कुचल रही है, एक मुक्त ताइवान को धमकी दे रही है और साथ ही ग्लोबल कम्युनिकेशन नेटवर्क पर हावी होने की कोशिश कर रही है. कुछ हफ्ते पहले, मैंने पश्चिमी चीन में चीनी मुसलमानों पर सामूहिक गर्भपात और नसबंदी के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बारे में एक रिपोर्ट पढ़ी. ये कुछ सबसे अधिक ग्रोस ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन हैं, जिन्हें हमने देखा है और मैंने इसे शताब्दी के दाग के रूप में रेफर्ड किया है.”
वाशिंगटन ने शुक्रवार को विदेशी नारकोटिक्स किंगपिन डेसिग्नेटेड एक्ट के तहत पांच चीनी विदेशी नागरिकों और दो चीनी संस्थाओं पर मुकदमा किया. साथी ही हुआवेई सहित चीनी टेक्नोलॉजी कंपनियों के कुछ कर्मचारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाया है, जो ग्लोबल लेवल पर मानवाधिकारों के हनन में संलग्न शासकों को मटेरियल सपोर्ट के जरिए हेल्प करते हैं.
बुधवार को अपने एक बयान में पोम्पियो ने प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा कि दुनिया भर की टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों को खुद को मिले नोटिस पर विचार करना चाहिए. अगर वे हुआवेई के साथ व्यापार कर रहे हैं, तो वे मानव अधिकारों की धज्जियां उड़ाने वालों के साथ व्यापार कर रहे हैं.
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें