बाइडेन प्रशासन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत की अग्रणी भूमिका की वकालत करेगा। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद सदस्य बनने में भारत की मदद करेगा। ये बातें जो बाइडेन की प्रचार मुहिम के एक शीर्ष अधिकारी ने कही।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से जो बाइडेन उम्मीदवार हैं। अधिकारी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के बाद उसमें भारत को सीट दिलाने में मदद करना का भी वादा किया है। पूर्व राजनयिक एवं बाइडेन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार टोनी ब्लिंकेन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया में आतंकवाद को कतई सहन न करने की नीति अपनाएगा।
ब्लिंकेन ने जो बाइडेन प्रशासन में भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका एवं भारत के संबंध विषय पर पैनल चर्चा के दौरान शनिवार को कहा कि यदि बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं, तो वह भारत को सुरक्षा परिषद में सीट दिलाने में मदद करेंगे और भारत एवं अमेरिका के रक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे। उन्होंने भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिचर्ड वर्मा के एक सवाल के जवाब में कहा कि उनका मानना है कि जो बाइडेन राष्ट्रपति के तौर पर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए और भारत जैसे निकट सहयोगियों के साथ काम करेंगे।
भारत संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभाए
ब्लिंकेन से सवाल किया गया था कि दुनिया हिंद-प्रशांत क्षेत्र एवं भारतीय सीमा पर चीनी आक्रामकता को देख रही है। भारत सीमा पार आतंकवाद के खतरों का सामना कर रहा है, ऐसे में अमेरिका में बाइडेन प्रशासन भारत का किस प्रकार समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन में हमने हिंद-प्रशांत रणनीति के अहम सहयोगी के तौर पर भारत को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। इस भूमिका को क्षेत्र से आगे भी पूरी दुनिया में बढ़ाने की आवश्यकता है। बाइडेन प्रशासन में हम इस बात की वकालत करेंगे कि भारत अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभाए।
आतंकवाद कतई बर्दाश्त नहीं
ब्लिंकेन ने कहा कि हम भारत की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ साझेदार के तौर पर उसकी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे। बाइडेन प्रशासन दक्षिण एशिया समेत पूरी दुनिया में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाएगा।
खतरों से निपटने में भारत के साथ खड़ा रहूंगा: बाइडेन
जो बाइडेन ने कहा है कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो उनका प्रशासन भारत के सामने मौजूद खतरों से निपटने में उसके साथ खड़ा रहेगा। बाइडेन ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने की बात की। पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन में उपराष्ट्रपति रहे बाइडेन ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मैं 15 साल पहले भारत के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते को मंजूरी देने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा था।
वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर काम करेंगे
दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन एवं वैश्विक स्वाथ्य सुरक्षा जैसी बड़ी वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर काम करेंगे। बाइडेन ने कहा कि यदि उन्हें राष्ट्रपति चुना जाता है, तो वह उन लोकतंत्रों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे, जिनकी ताकत उनकी विविधता है। उन्होंने कहा कि इस मौके पर आइए, हमारे देशों और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करें।
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